निजी स्कूलों की मनमानी के विरोध में महिला मंच ने किया धरना-प्रदर्शन 

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  • प्रदेश मे प्राइवेट स्कूल शिक्षा माफिया बनते जा रहे 
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । उत्तराखण्ड महिला मंच ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रोकने का राज्य सरकार से आग्रह किया है। शासन को दिये ज्ञापन में महिला मंच ने आरोप लगाया कि प्राईवेट स्कूलों में अभिवावको सहित लगातार लूट खसोट कि जा रही है रविवार को गांधी पार्क में महिला मंच संयोजक निर्मला बिष्ट के नेतृत्व में सरकारी स्कूलों की बदहाली पर धरना-प्रदर्शन किया।
इतना ही नहीं कई अविभावकों ने आरोप लगाया कि समर वैली सहित कई स्कूल कक्षा एक से दसवीं तक एक ही स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से 11 वीं में कक्षा के लिए पुन: प्रवेश शुल्क ले रहे हैं जबकि वे अप्रैल माह में भी परीक्षा शुल्क के नाम पर मोती रकम हड़प चुके हैं, उन्होंने बताया लूट का आलम अह है कि अविभावकों से 24 हज़ार रुपये के लिए जाने वाले शुल्क को न तो चेक से ले रहे हैं और न बैंक ट्रान्सफर से वे इस रकम को नकद जमा करने की बात कह रहे हैं और इसकी रसीद तक नहीं दे रहे हैं ।इससे यह साफ़ है कि स्कूल वाले खुले आम लूटने को तैयार बैठे हुए हैं ।
 उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद से लेकर आज तक भी निरंतर सरकारों द्वारा खुद उसके द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों के प्रति जो बेरूखी हुई है उसी के कारण हमारे प्रदेश मे प्राइवेट स्कूल शिक्षा माफिया बनते जा रहे है। उनके मनमाने ढंग से फीस बढोतरी एवं एनवल चार्जेज के रूप में अभिभावकों का शोषण कर रहे है पिछले वर्षो से लगाता आपके बीच निजी स्कूलों की मनमानी पर बहस व ज्ञापन देते आ रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी इस साल सभी स्कूलों ने अपने तरीके से अभिभावको पर बोझ डाला।
उन्होने कहा कि सभी प्राईवेट स्कूलों की सालाना फीस सरकार द्वारा निर्धारित की जानी चाहिए, सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की ही किताबें अनिवार्य रूप से लागू होनी चाहिए, सरकारी अध्यापकों की तरह इन स्कूलों की अध्यापकों की भर्ती भी शिक्षक पात्रता परीक्षा के आधार पर होनी चाहिए, एनवल चार्ज/एनवल डवलपमेंट चार्ज जैसे मद फीस से तुरंत हटाने चाहिए और सभी स्कूलों में ड्रेस, जूते इत्यादि की बिक्री बंद होना चाहिए। महिला मंच ने चेतावनी दी की यदि शासन प्रशासन ने उनकी मांगों पर जल्द कोई ठोस कार्रवाई नही की तो वे आंदोलन करने को बाध्य होगी।
इस अवसर पर धरने प्रदर्शन में कमला पंत, शकुन्तला गुसाई, पदमा गुप्ता, विजय नैथानी, शान्ता नेगी, सरोजनी चैहान, बीना डंगवाल, किरन देवी, शान्ती सेमवाल, अंजू शर्मा, बीना सकलानी, सोनिया नौटियाल, जगमोहन मेंदीरत्ता, सुरेश नेगी, कमलेश देवी, महिला मंच संयोजक निर्मला बिष्ट उपस्थि रहे।
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