शराब की दुकानों के विरोध में महिलाएं हुई मुखर

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ऊखीमठ में शराब के विरोध में महिलाओं ने निकाली रैली

शीतकालीन गददीस्थल में शराब की दुकान खुली तो महिलाएं करेंगी भूख हड़ताल

रुद्रप्रयाग । पहाड़ों में अंग्रेजी शराब का विरोध जोर पकड़ने लगा है। खासकर महिलाएं शराब के विरोध में सड़कों पर उतर चुकी हैं। महिलाओं का कहना है कि शराब के कारण हमारे बच्चें बिगड़ रहे हैं। आज हरेक युवा को शराब की लत है। इतना ही नहीं शांत रहने वाले ग्रामीण क्षेत्रों का सामाजिक माहौल भी शराब से बिगड़ चुका है। ऐसे में आगामी वित्तीय वर्ष से किसी भी हाल में यहां शराब की दुकान नहीं खोलने दी जाएंगी।

भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गददीस्थल ऊखीमठ की महिलाएं शराब के विरोध में सड़कों पर उतर चुकी हैं। महिलाओं का कहना है शीतकालीन गददीस्थल के निकट शराब की दुकान होने से जहां देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों की आस्था को गहरा आघात लग रहा है। वहीं शराबियों के हुडदंग के कारण ग्रामीण महिलाओं का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। बाजार में जहां-तहां शराबी पड़े रहते हैं और महिलाओं को गंदी नजरों से देखते हैं। युवा पीढ़ी भी शराब की गिरफ्त में आ चुकी है। शराब की लत पड़ने के कारण युवा बिगड़ रहे हैं।

ऊखीमठ में शराब की दुकान खोलने के विरोध में महिलाओं ने खूब हल्ला किया। इस दौरान ग्रामण महिलाओं ने मुख्य बाजार में रैली निकालकर शराब की दुकान के विरोध में नारेबाजी भी की। साथ ही उपजिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। महिलाओं ने कहा कि यदि यहां शराब की दुकान खुलती है तो इसका घोर विरोध किया जायेगा। केदारनाथ धाम विश्व प्रसिद्ध है। केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली छह माह तक ऊखीमठ में रहती है। वर्षभर बाबा केदार के दर्शनों के लिये यहां लाखों यात्री पहुंचते हैं, लेकिन मंदिर के गेट के निकट शराब की दुकान होने से तीर्थ यात्रियों की आस्था को ठेस पहुंचती है। सामाजिक कार्यकत्री प्रेमा बर्त्वाल, वन सरपंच विजय राणा, सभासद दुर्गा देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष ममता देवी, क्रांतिवीर संगठन के अध्यक्ष पवन राणा, प्रधान इंदिरा देवी, मोहन सिंह, चण्डी भटट, रोशनी देवी, सर्वेश्वरी देवी सहित अन्य मौजूद थे।