उत्तराखंड विधान सभा का शीतकालीन सत्र : गैरसैंण से दून तक गरमागरमी का माहौल

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चैंपियन को सत्ता पक्ष से अलग बैठाया

शीतकालीन सत्र में महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा

तीर्थ पुरोहितों का श्राइन बोर्ड गठन के निर्णय के विरोध में विधानसभा कूच

गैरसैंण में विधान सभा सत्र को लेकर हरीश रावत का धरना

कर्णप्रयाग । गैरसैंण में गैरसैंण की उपेक्षा से क्षुब्द कांग्रेस नेता हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने धरना प्रर्दशन आयोजित किया। कांग्रेसी नेता पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि में पहली बार सरकार के विरोध में बैठा हूँ। पिछले तीन  साल से गैरसैंण में कोई विकास कार्य नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा ठंडी पड़ गयी प्रदेश सरकार के विरोध में बैठा हूं।

इस दौरान पूर्व विधायक नैनीताल सरिता आर्य, पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्सवाण, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनसूया प्रसाद मैखुरी, मनीष खंडूड़ी, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल, पूर्व विधायक जीत राम टम्टा आदि शामिल रहे।

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून : बुधवार से उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भाजपा से निष्कासित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को असंबद्ध विधायक के रूप में अलग बैठेने की व्यवस्था करने के निर्देश के बाद उन्हें अलग बैठाया गया। वहीं विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पिथौरागढ़ उपचुनाव में जीती भाजपा विधायक चंद्रा पंत के निर्वाचन की सूचना दी गई। इधर शीतकालीन सत्र की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई का मुद्दा उठाने की कोशिश की। विपक्ष प्रश्नकाल रोककर मंहगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग रख रही थी तो विपक्ष ने हंगामा मचा दिया जबकि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की महंगाई से सम्बंधित सूचना को नियम 58 में सुनने की व्यवस्था के बाद माहौल शांत हुआ।

इस शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार की ओर से चार अध्यादेश पहले ही दिन सदन के पटल पर रखे जाने की तैयारी के बीच मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गैरसैंण सहित श्राइन बोर्ड और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की पूरी रणनीति तय की है। 

गौरतलब हो कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 10 दिसंबर तक की अवधि तय की गई है। सत्र में चारधाम श्राइन बोर्ड समेत 11 विधेयक पेश किए जाएंगे। विधायकों ने 833 प्रश्न लगाए हैं वहीं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के मुताबिक जरूरत पड़ी तो सदन को दस दिसंबर से आगे भी बढ़ाया जा सकता है। 

वहीं विधानसभा सत्र शुरू होने के साथ ही विपक्ष और अन्य का विरोध भी शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बल्लीवाला फ्लाईओवर के पास प्याज की माला पहनकर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार का पुतला फूंका।

जबकि इधर विधान सभा के बाहर रिस्पना पुल पर चारधाम श्राइन बोर्ड को लेकर भी तीर्थपुरोहितों का विरोध किया। तीर्थ पुरोहितों ने हक हकूकधारी और महापंचायत के सदस्यों के साथ मिलकर विधानसभा कूच किया और पुलिस ने उन्होंने रोकने का भी प्रयास किया। जिसके बाद तीर्थ पुरोहित वहीं बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। साथ में पुरोहितों के धरने में केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी धरने पर मौजूद रहे। विधायक मनोज रावत ने कहा कि सरकार की मति भ्रष्ट हो गई है। श्राइन बोर्ड परम्पराओं और हक हकूकों के खिलाफ निर्णय है।