- भागवत को गंगा रक्षा को तप कर रहे सांनद क्यों नज़र नहीं आते ?
- भागवत एशोआराम से रहने वाले ऐसे संतों के साथ करते हैं धर्म संसद
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
हरिद्वार : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हरिद्वार आकर संसद कर चले जाते हैं। लेकिन गंगा पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं। मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने सवाल उठाया कि राम मंदिर निर्माण की बात करने वाले मोहन भागवत को गंगा रक्षा को तप कर रहे सांनद क्यों नज़र नहीं आ रहे हैं।
बुधवार को मातृसदन आश्रम में पत्रकार वार्ता में परमाध्यक्ष शिवानंद ने कहा कि जिस प्रकार बाबर के समय में राममंदिर टूटा, ठीक उसी प्रकार आज मां गंगा को नष्ट किया जा रहा हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत राममंदिर के निर्माण की बात हरिद्वार में आकर तो कहते हैं, लेकिन करोड़ों हिन्दुओं की आस्था और अस्मिता की प्रतीक गंगाजी के बारे में एक शब्द भी नहीं कहते।
उन्होंने भागवत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे एशोआराम से रहने वाले ऐसे संतों के साथ धर्म संसद करके लौट जाते हैं, जिन्हें न तो धर्म के बारे में कुछ पता है और न ही उन्हें धर्म से कोई मतलब है। जबकि वहीं दूसरी ओर हरिद्वार में ही पिछले 104 दिन से तप कर रहे स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद की तरफ उनका ध्यान नहीं जाता है या वे जानबूझकर स्वामी सानंद के गंगा को लेकर चल रहे तप को नज़रअंदाज कर रहे हैं।
वहीं अतिक्रमण के मामले में स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि अतिक्रमण हटाने को लेकर सरकार और प्रशासन हाईकोर्ट के आदेश का पूरी तरह पालन नहीं कर रहे हैं। दरअसल, आदेश में यह भी कहा गया है कि जिस अधिकारी के कार्यकाल में अतिक्रमण हुए, उन पर भी कार्रवाई हो, लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी पर अतिक्रमण की जिम्मेदारी डालते हुए कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है।