पिरूल अब अभिशाप के बजाय होगा वरदान
बागेश्वर। केंद्रीय राज्य कपड़ा मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि दो साल में उत्तराखंड टैक्सटाइल की दुनिया में दसवें नंबर पर होगा। लीलम के उत्पादन के लिए वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। अल्मोड़ा में सेंट्रल ऑफ एक्सीलेंसी टैक्सटाइल हिमालयन रिसर्च सेंटर की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहाड़ के साढ़े तीन हजार फिट ऊंचाई वाले गांवों में लीलम की खेती होगी। पहाड़ का पानी और जवानी यहां के लोगों के काम आएगी।टीआरसी में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय राज्य मंत्री टम्टा ने कहा कि दो साल में उत्तराखंड टैक्सटाइल की दुनिया में दूसरे नंबर पर होगा। उन्होंने कहा कि राज्य का भविष्य तय करने में वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। पलायन और रोजगार के नए अवसर युवाओं को मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य अभी टैक्सटाइल मंत्रालय में अच्छी स्थिति में नहीं है। हम अभी बहुत पीछे हैं। वैज्ञानिक यहां लगातार शोध कर रहे हैं। लीलम से बने कपड़े की विदेशों में भारी मांग है। लीलम ठंडे स्थानों पर पैदा किया जा सकता है। साढ़े तीन हजार ऊंचे क्षेत्र में इसकी खेती होने की संभावना जताई जा रही है। वैज्ञानिक लीलम के सीड पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेंट्रल ऑफ इस्कीलेंसी टैक्सटाइल हिमालयन रिसर्च सेंटर की अल्मोड़ा में जल्द स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिरूल पर भी शोध चल रहा है। कपड़ा बनने की तैयारी पर है। पिरूल के टाइल भी बनाए जाएंगे। ऊॅन की पैदवार भी ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि पिरूल को उत्तराखंड के अभिशाप के रूप में देखा जाता है, जिसे वरदान में बदला जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब जंगलों में आग भी नहीं लगेगी। पिरूल महिला मंगल दल और समूहों के माध्यम से एकत्र किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कस्तूरी मृग संस्थान धरमघर से शिफ्ट होने पर वे जांच करेंगे। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष शेर सिंह गडिय़ा, पूर्व मंत्री बलवंत भौर्याल, मथुरा प्रसाद, अजय जोशी आदि मौजूद थे।
लीलम आखिर है क्या
लीलम एक प्रकार की रेशेदार घास होती है, जो कि 3500 फिट की ऊंचाई पर होती है। उत्तराखण्ड में लीलम घास के लिए अभी वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। यदि यहां पर लीलम का उत्पादन होता है तो यहां पर टैक्सटाइल के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया जा सकता है।
सीएम की दौड़ में नहीं टम्टा
एक सवाल के जबाव में टम्टा बोले की वे सीएम की दौड़ में नहीं हैं। केंद्र से बढ़ी जिम्मेदारी मिली है। टैक्सटाइल के क्षेत्र में उत्तराखंड को आगे बढ़ाना है। उत्तराखंड में 50 सीटें भाजपा जीत रही है। लोकसभा की सभी 14 सीटें भी भाजपा की झोली में आ रही हैं। धारचूला और जागेश्वर सीट पर भी भाजपा का परचम लहरा रहा है। उन्होंने कहा अटल ने उत्तराखंड दिया है और अब मोदी उसे संवारेंगे।