लॉस एंजिलिस : कैलिफोर्निया के एक विश्वविद्यालय ने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को इस साल के दीक्षांत समारोह के लिए बुलाया है। विश्वविद्यालय के इस निर्णय पर चीनी छात्रों ने काफी हंगामा किया क्योंकि उन्हें यह निर्णय अपना अपमान लगा।
दि यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डियागो ने कहा कि उन्होंने निर्वासित तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को आमंत्रण ‘वैश्विक जिम्मेदारी और मानवता की सेवा’ के संदेश को प्रसारित करने के लिए भेजा है। हालांकि सैन डियागो के चीनी छात्रों, स्कॉलर्स एसोसिएशन और अन्य समूहों ने इस पर आपत्ति जताई है और 81 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता को चीन को विभाजित करने की मंशा रखने वाले अलगाववादी नेता कहकर निंदा की।
छात्र संगठन ने एक बयान में कहा कि दलाई लामा केवल एक धार्मिक व्यक्ति नहीं हैं बल्कि वह एक राजनीतिक रुप से निर्वासित व्यक्ति भी हैं जिन्होंने हमेशा अपनी मातृभूमि का अपमान करने के साथ राष्ट्रीय एकता को खंडित करने का प्रयास किया है।