आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार का विधायक यौन शोषण प्रकरण में अभिनव फ़रमान !

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IG ने किया हस्तक्षेप और दिए निर्देश कि महिला थाना करेगा केस की जाँच

उत्तराखंड भाजपा विधायक महेश नेगी यौन शोषण प्रकरण को दिया नया मोड़ 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून। भाजपा विधायक महेश नेगी द्वारा एक महिला के यौन  शोषण और फिर महिला पर लगे ब्लैक मेलिंग के आरोप के मामले में आज तब मोड़ आ गया जब देहरादून पुलिस ने ब्लैक मेलिंग मामले में चार्ट शीट फाइल ही की थी कि आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने मामले का संज्ञान लेते ही चार्जशीट को रोलबैक कर पूरे मामले की जांच अब महिला थाना पौड़ी को दे दी है। आईजी के निर्देश के बाद अब दोनों ही मामलों की एक बार फिर से जांच होगी।
इतना ही नहीं भाजपा विधायक महेश नेगी से जुड़े बलात्कार के मामले की जांच पौड़ी के महिला थाने को सौंपते ही ब्लैकमेलिंग के मामले में पीडिता के खिलाफ दायर आरोप पत्र भी वापस लेने के आदेश भी किए गए हैं।
अभिनव कुमार के आईजी का पद संभालने के बाद शायद यह पहला मौक़ा है जब उन्होंने इतना बड़ा कोई कदम उठाया है,  वैसे भी आईजी अभिनव कुमार को सुलझा हुआ अधिकारी माना जाता रहा है। इस मामले से पहले अभिनव कुमार सात जिलों में टॉप 10 अपराधियोंं (Top 10 Criminals) की लिस्ट जारी करने के मामले में भी सुर्खियों में रहे हैं। वहीं इस चर्चित मामले में एक्शन में आए अभिनव कुमार इतना ही नहीं आरोप पत्र दाखिल करने के 24 घण्टे के अंदर इस तरह के कठोर कदम को उठाया है, वह भी सरकार में शामिल एक विधायक के मामले में केंद्र पर होने के बावजूद विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के एक कड़े संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।
गौरतलब हो कि राज्य के बहुचर्चित विधायक महेश नेगी के यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग मामले में को पुलिस ने 15 अगस्त 2020 को ब्लैकमेलिंग के मामले में मुक़दमा दर्ज किया था। पीड़ित महिला पर ही आरोप था कि उसके द्वारा विधायक को 5 करोड़ रुपयों के लिए ब्लैकमेलिंग करने और उनकी छवि को धूमिल करने का षडयंत्र रचा गया। जिसमे महिला सहित महिला की भाभी, माँ और पति तक को आरोपित बनाया गया था।
वहीं देहरादून पुलिस द्वारा मामले में पीड़ित महिला की तहरीर पर पुलिस ने विधायक के खिलाफ बलात्कार व डीएनए जॉच से जुड़े मामले में मुकदमा दर्ज तक नहीं किया गया, जबकि बाद में कोर्ट के आदेश पर 5 सितम्बर 2020 को विधायक महेश नेगी व पत्नी रीता नेगी के खिलाफ पुलिस को मजबूरन मामला दर्ज करना पड़ा था। वहीं मामले में 21 अक्टूबर 2020 को  नैनीताल हाईकोर्ट ने भी विधायक को नोटिस जारी करते हुए देहरादून पुलिस को केस की प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे।
पूरे प्रकरण पर आईजी अभिनव कुमार ने बताया कि एसएसपी देहरादून की स्वीकृति के बाद ही निर्णय लिया गया है। वहीं साथ ही मामले में महिला द्वारा दी गई तहरीर में डीएनए को लेकर भी आईजी का कहना है कि विधिक राय लेकर डीएनए रिपोर्ट की भी जांच की जाएगी।
गौरतलब हो कि 13 अगस्त 2020 को विधायक महेश नेगी की पत्नी द्वारा दी गई तहरीर पर ब्लैकमेलिंग मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए मामला सुर्खियों में रहा था। जिसके बाद जांच शुरू हुई थी जिसमे दो मुकदमे देहरादून की नेहरू कॉलोनी थाने में दर्ज हुये थे। जिनमें पहला ब्लैकमेलिंग मामले में तो दूसरा महिला के साथ हुए यौनशोषण मामले में रिपोर्ट दर्ज हुई थी, लेकिन अब आईजी के आदेश के बाद पुरे मामले की जांच पौड़ी महिला थाने को भेज दी गई है और अब आगे की जांच भी यही महिला थाना करेगा।