रिस्पना को बचाने का प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिये : सीएम

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  • रिस्पना के जलस्रोतों को बढ़ाने में मददगार होंगे रोपित पौधे
  • वृक्षों की सघनता रिस्पना के जलस्रोतों को बढ़ाने में मददगार

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को देहरादून में मिशन रिस्पना से ऋषिपर्णा अभियान के अन्तर्गत गत वर्ष किये गये वृक्षारोपण अभियान के तहत रोपे गये वृक्षों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कैरवान गांव क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर लगाये गये वृक्षों की जीवन्तता पर संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में रोपे गये वृक्षों की सघनता रिस्पना के जलस्रोतों को बढ़ाने में मददगार होंगे। हालांकि उन्होंने इस दिशा में और अधिक प्रयास करने की जरूरत बताई।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रिस्पना पुनर्जीवीकरण का अभियान एक सामाजिक आन्दोलन के रूप में शुरू किया गया है। शुरूआती दौर में इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में किये गये वृक्षारोपण में फलदार एवं औषधीय गुणों से परिपूर्ण वृक्षों की भी अधिकता है इससे जल संवर्द्धन में मदद मिलने के साथ ही औषधी निर्माण में भी मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि पौधों के जीवीकरण के लिए वन विभाग द्वारा प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्षेत्र में वर्षा जल के एकत्रीकरण के लिए भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मई-जून में इन वृक्षों की और अच्छी देखभाल करना जरूरी है। उसके बाद वर्षाकाल में इनकी अच्छी प्रगति की संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि पूरे राज्य के युवा यह सोच लें कि अपने क्षेत्र की नदियों, गाड गदेरों को बचाना है तो यह काम आसान हो जायेगा। रिस्पना पुनर्जीवीकरण को समाज का कार्यक्रम बनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिस्पना को बचाने का प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिये है।

इस अवसर पर मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री गणेश जोशी, प्रमुख वन संरक्षक श्री जयराज व वृक्षारोपण से जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।