तबादलों में लेन-देन कतई बर्दाश्त नहीं : प्रकाश पन्त

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  • ट्रान्सफर में लेन-देन की सूची से मचा पेयजल निगम में हडकंप
  • भ्रष्टाचारिये  सरकार की रडार पर 
  • पेयजल निगम की लेन-देन वाली ट्रान्सफर सूची ”लीक” पर मिली धमकी
  • पत्रकार को फ़ोन से देख लेने और एफआईआर तक करने की मिली धमकी 

देहरादून : स्थानांतरण की आड़ में मोटी रकम वसूले जाने की खबर से पेयजल निगम में हड़कंप मचा हुआ है। एक अधिकारी तो अपनी पत्नी का नाम सूची में दर्ज होने से बहुत खफा हैं कि आखिर ”देवभूमि मीडिया” तक सूची कहाँ से पहुँच गयी और उसने पत्रकार से इसके सबूत मांगने और नहीं देने पर एफआईआर तक करने और देख लेने की धमकी दी है। ऐसा नहीं कि यही अधिकारी सूची में नाम सार्वजनिक हो जाने से सूची में शामिल और लोग भी हतप्रभ हैं कि आखिर सूची कैसे लीक हो गयी। सूत्रों से दावा किया है कि सूची लीक हो जाने की बाद निगम का चर्चित एमडी बचाव की मुद्रा में आ गया है, और चर्चा है कि उसने सूची में शामिल लोगों से पत्रकार को धमकी देने के निर्देश दिए हैं।

बीते दो दिन पूर्व ”देवभूमि मीडिया” ने उत्तराखंड पेयजल निगम में भ्रष्टाचार की खबर के कुछ उदाहरण जनता से सम्मुख रखे थे , इतना ही नहीं स्थानांतरण की आड़ में किस तरह वसूली अभियान पेयजल निगम में चार रहा है उसकी बानगी भी सूत्रों के हवाले से पेश की थी। समाचार के सार्वजनिक हो जाने के बाद पेयजल निगम के साथ ही सचिवालय तक में हडकंप मच गया था और मामले में पेयजल निगम के अधिकारियों के फ़ोन घनघनाने लग गए। मामले की जानकारी विभागीय अधिकारियों से लेकर सचिवालय में बैठे निगम के चेयरमैन और सचिव तक पहुँचने के साथ ही विभागीय मंत्री तक भी पहुँच गयी।

मामले में किसी लोकेश कुमार वशिष्ठ ने फ़ोन नंबर 8126445340 से फ़ोन करके पत्रकार को देख लेने की धमकी भी दी है, इसके बाद 11 बार इसी फ़ोन नम्बर से परेशान करने को फ़ोन किया गया, जिसकी रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल ”देवभूमि मीडिया” के पास सुरक्षित है। वहीँ कुछ ओर लोगों ने भी फ़ोन से जानकारी मांगी है लेकिन सामान्य तौर से इसलिए उनके नाम और नंबर प्रकाशित नहीं किये जा रहे हैं। मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है जब लेन -देन की बात यदि सच नहीं है तो अधिकारियों या उनके समर्थकों के पसीने क्यों छूट रहे हैं यह जांच का विषय है।

पेयजल निगम में ट्रांसफर में लेन -देन के मामले का संज्ञान सूबे के वित्त एवं पेयजल मंत्री प्रकाश पन्त ने लिया है और वे इस मामले में सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात पर कहते हैं उनका कहना है कि सूबे के भ्रष्टाचारिये सरकार की रडार पर हैं साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले सामने आने चाहिए ताकि भ्रष्टाचारी बेनकाब हो सकें। 

मामले में देवभूमि मीडिया को फ़ोन नंबर 8126445340 से दो सन्देश भी एसएमएस से मिले हैं जो धमकी भरे हैं और कुछ इस तरह हैं आप भी पढ़िए ……….

1 – Sir I contact you by my phone. I am asking about some fake news on 06/10/2017.you were allegedly wrong publicing about some money transaction between official authority.you have misunderstand things.you have any document related to this apisode. I think you are misguided by someone. Our family images suffered. And we are going to Sue you about your comments on telephone today. You are not showing any evidence. And suggested me to go to court. Due regard think again we are waiting for your further corporation.

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