विदेशी पक्षियों की कलरव से आसन बैराज और भीमगोड़ा बैराज चहकने हुए शुरू

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पहुंचे सुर्खाब, ग्रे लेग गीज, कारमोरेंट, कामन पोचार्ड प्रजातियों के परिंदे

 

देहरादून : देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में आसन बैराज में प्रवासी परिंदों का कलरव शुरू हो गया है। वहीं राजाजी पार्क से लगे हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज के आस-पास भी विदेशी पक्षियों की आमद शुरू हो गयी गई है।

आसन बैराज पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रबंधक विश्वनाथ बैंजवाल ने दूरभाष पर बताया कि यहां अभी तक सुर्खाब, ग्रे लेग गीज, कारमोरेंट, कामन पोचार्ड प्रजातियों के परिंदे आ चुके हैं। हालाँकि अभी इनकी उतनी संख्या अभी नहीं पहुँच पाई है लेकिन आने वाले दिनों में आसन बैराज इलाका इन विदेशी पक्षियों के कलरव से गुंजायमान रहने वाला है जिन्हे देखने के लिए हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड राज्य के पक्षी प्रेमियों का यहाँ हुजूम लगा रहता है।  उन्होंने बताया पक्षियों पर अध्ययन करने वाले शोधार्थियों के लिए आसन बैराज में आये पक्षों की विभिन्न प्रजातियां हमेशा ही आकर्षित करती रही है।

वहीं विदेशी परिंदों के आगमन को देखते हुए चकराता वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी दीप चंद आर्य ने आसन कंजरवेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने पक्षियों की आमद को देखते हुए इलाके के रेंजर व पूरी टीम को प्रवासी परिंदों की सुरक्षा को गश्त लगाने के निर्देश दिए।

उल्लेखनीय है कि आसन नमभूमि क्षेत्र सहित हरिद्वार के भीमगोड़ा क्षेत्र में हर साल अक्टूबर शुरुआत में ही ठंडे देशों से प्रवासी परिंदे उत्तराखंड की तरफ आने शुरू हो जाते हैं। जो यहां मार्च तक प्रवास करते हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभी तक यहां चार विदेशी प्रजातियों के परिंदे प्रवास पर पहुंच चुके हैं, जिनके आगमन से बैराज इलाके में इन पक्षियों की चहचहाट मन मोह रही है।