घोटाले के राज़ यूपीआरएनएन की फाइलों से खुलेंगे !

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  • एसआइटी की हरिद्वार, दून और ऊधमसिंह नगर की टीमें जांच में जुटीं 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून: जिन फाइलों में सिडकुल और यूपीआरएनएन घोटाले के राज़ दफ़न है अब वे फाइलें एसआइटी को मिल चुकी हैं। यह फाइलें सिडकुल के अलावा उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) से मिली हैं। इन फाइलों का अध्ययन कर एसआइटी घोटाले के जिम्मेदार अफसरों तक जांच की आंच पहुंचेगी। इसके लिए एसआइटी की हरिद्वार, दून और ऊधमसिंह नगर की टीमें जांच में जुट गई हैं। इसी आधार पर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अफसरों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।क्योंकि इन फाइलों में ही घोटाले के राज़ दफ़न हैं। 

सिडकुल में करोड़ों रुपये के निर्माण कार्य यूपीआरएनएन के मार्फत कराए गए। नियमों को ताक पर रखकर अधिकांश निर्माण कार्य सिडकुल में तैनात रहे अफसरों के चहेतों को बांटे गए। इनमें से कई कार्यो की लागत एक निश्चित रकम रखी गई थी। इसके पीछे शासन की अनुमति से बचकर अफसरों ने अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर करोड़ों रुपये का बजट स्वीकृत कराया। एसआइटी ने इस मामले में पहले सिडकुल और बाद में यूपीआरएनएन से काम की स्वीकृति, बजट और निर्माण की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी थी।

सूत्रों का कहना है कि यूपीआरएनएन ने इन कामों की सूची फाइलों समेत एसआइटी को सौंप दी है। एसआइटी इन कार्यो की जांच में जुट गई हैं। बताया गया कि सिडकुल और यूपीआरएनएन की फाइलों का आपस में मिलान करने के बाद घोटाले की असल तस्वीर सामने आएंगे। खासकर रुद्रपुर, पंतनगर, काशीपुर, हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी आदि क्षेत्र में सिडकुल के द्वारा यह कार्य कराए गए हैं।

वहीं मामले में एसआइटी प्रभारी अजय रौतेला का कहना है कि सिडकुल और यूपीआरएनएन से मिली फाइलों का अध्ययन किया जा रहा है। निर्माण कार्यो से लेकर ज्यादा फाइलें हैं। बजट, अनुबंध, स्वीकृति से लेकर दूसरे बिंदुओं को जांच में शामिल किया गया है।