प्रदेश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक सुविधाएं उपलब्ध करना सरकार का उद्देश्य : त्रिवेंद्र

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  • सीएम ने किया 4.36 करोड़ से मलोट ब्रिज का लोकार्पण 

  • युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिये बन रही योजनायें

  • युवा स्वरोजगार से जुडेंगे तो पलायन को रोकने में मिलेगी मदद 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

कर्णप्रयाग (चमोली)। सरकार का प्रयास प्रदेश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक सुविधाएं उपलब्ध कराना है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क व पेयजल की योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिये योजनायें बनायी जा रही हैं। पर्वतीय क्षेत्रों  में   युवा स्वरोजगार से जुडेंगे तो पलायन को रोकने में मदद मिलेगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसे उद्योग का दर्जा दिया गया है।

यह बात मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने सम्बोधन में नौली, कर्णप्रयाग में सिमली-ग्वालदम रोड पर बीआरओ द्वारा 4.36 करोड़ की लागत से निर्मित 45 मीटर लम्बे मलोट ब्रिज का लोकार्पण के अवसर पर कही।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिमली बाजार से ग्रांम सिमली गांव तथा देवल से सिदोली गांव मोटर मार्ग निर्माण, गैरसैण ब्लाक के हाईस्कूल गोगना के दो कक्षा कक्षों का निर्माण, जून माह में गैरसैंण के लामबगड़ में आई बाढ़ से ग्राम लामबगड की बाढ़ सुरक्षा, नौली देवथापली रतूडा अनुसूचित बस्ती तक मोटर मार्ग तथा उज्जवलपु-सैंज धारकोट घण्डियाल मोटर मार्ग निर्माण की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि ब्रिज निर्माण से क्षेत्रवासियों के साथ-साथ कुमाऊ क्षेत्र के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। 

अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा अब प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय के लिए उद्योगों की भांति सुविधायें मिलेंगी। उन्होंनें कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ के क्षेत्र में भी काफी कार्य किये गये हैं। स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से चारधाम मार्ग सहित चारो धामों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 10 करोड़ की धनराशि सिमली बेस महिला अस्पताल के लिये स्वीकृत की गई है।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष उत्तराखण्ड में आने वाले यात्रियों व पर्यटकों की संख्या में तीन से चार गुना वृद्धि हुई है। आने वाले समय में जब चारधाम सड़क के साथ ही अन्य सड़कों का निर्माण पूर्ण हो जायेगा इससे पर्यटकों की तादात और बढेघ्गी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिरूल से बिजली बनाने के प्रयास आरम्भ हो गये हैं।  चमोली के सोनला में एक प्रोजेक्ट लगाया गया है जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा।

उन्होंने कहा कि हमारे लोग देश ही नहीं विदेशों में अपनी मेहनत से उत्तराखण्ड को पहचान दिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड भारत का पहला राज्य है जिसमें टिहरी में ड्रोन कैमरे से 38 किमी दूर ब्लड भेजा गया है। इसी प्रकार की तकनीकी का प्रयोग अन्य जिलों में भी स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनाई जाय।

विधायक कर्णप्रयाग सुरेन्द्र सिंह नेगी ने क्षेत्र की समस्याओं से सीएम को अवगत कराते हुए सीमा सड़क संगठन के जवानों एवं पुल निर्माण में भागदारी करने वाले सभी को बधाई दी। इस अवसर पर बीआरओ के एडीजी अनिल कुमार ने कहा कि नौली कर्णप्रयाग में मनोट ब्रिज पुल का निर्माण निर्धारित अवधि से पहले ही पूरा किया गया है, इसका निर्माण 2020 में पूरा होना था जबकि इसे मई 2019 में ही पूर्ण किया गया है।

इस अवसर पर विधायक थराली मुन्नी देवी शाह, बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पाण्डे, बीआरओ के मुख्य अभियन्ता एएस राठौर, 21 बीअरीटीएफ के कर्नल एसएस मक्कड सहित स्थनीय जनप्रतिनिधि एवं जनता उपस्थित थी।