सरकार की उपलब्धियां बता गए सीएम
पिथौरागढ़ : मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा उनके (रावत) और कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव से इतना घबरा गई है कि प्रधानमंत्री मोदी समेत समेत केंद्र के कई मंत्री उत्तराखंड में ‘दंड-बैठक’ कर रहे हैं। रावत ने केंद्र सरकार को वन रैंक, वन पेंशन मामले में भी घेरने की कोशिश की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को मोगेंबो, दिल्ली वाले बाबा, दुरंगे वाले कह कर संबोधित किया।
सीएम ने कहा कि 2013 की आपदा ने उत्तराखंड को तबाह कर दिया। ये ‘मोगेंबो’ ढाई साल तक उत्तराखंड नहीं आए। तब इनको उत्तराखंड की याद नहीं आई। विपदा के समय इनका कोई मंत्री भी उत्तराखंड नहीं आया। उन्होंने वन रैंक, वन पेंशन मामले में पूर्व सैनिकों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर 700 दिनों से पूर्व सैनिक वन रैंक, वन पेंशन के मामले में आंदोलन कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी मयूख महर के समर्थन में आयोजित जनसभा में सीएम ने कहा कि वह पिथौरागढ़ की जनता से विकास के नाम पर वोट मांगने आए हैं। पिथौरागढ़ शहर एक बदलते शहर के रूप में नजर आ रहा है। मयूख की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पूरा पिथौरागढ़ कह रहा है कि मयूख महर ने सोरघाटी को सुंदरतम शहर की ओर ढालने का काम किया है। पिथौरागढ़ की जनता ने जो सोचा, मयूख महर ने वो कर दिखाया।
रावत ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर एपीएल कार्डधारकों को तीन रुपए किलो गेहूं दिया जाएगा। 2018 से दो रुपया किलो गेहूं के साथ ही नमक, दाल और तेल एपीएल कार्डधारकों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने उत्तराखंड को 24 घंटे बिजली देने का काम किया। देश के भीतर सबसे सस्ती बिजली उत्तराखंड के लोगों को मिल रही है। पिथौरागढ़ के लिए स्पोर्ट्स कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, आंवलाघाट पेयजल योजना, चमचमाती सड़कें, नर्सिंग कॉलेज, बेस अस्पताल की सौगात मयूख महर लेकर आए।
कोई भी ऐसा काम नहीं होगा, जो पिथौरागढ़ की जनता ने सोचा हो और मयूख ने न कराया हो। अपने आधे घंटे के भाषण में मुख्यमंत्री ने कई बार पिथौरागढ़ के विकास कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा उनकी सरकार ने 1343 सड़कों पर काम शुरू कराया। 2007 से 2012 तक दुरंगे वालों की सरकार थी। 343 सड़कें भी नहीं बना पाए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 18000 बेरोजगारों को रोजगार देने का काम किया है। विधायक मयूख महर ने विकास कार्यों को लोगों के सामने रखा। भाजपा प्रत्याशी को निशाने में रखते हुए कहा कि वह ताकतवर मंत्री रहते हुए जो काम नहीं करा पाए, वह काम उन्होंने पांच साल के कार्यकाल में धरातल पर उतारे हैं।