ऋषिकेश। सीमा सडक़ संगठन (बीआरओ) चारधाम यात्रा के संकरे मार्ग टू लेन बना रहा है। इन दिनों भैरोघाटी-गंगोत्री मार्ग का चौड़ीकरण हो रहा है, जबकि 17 किलोमीटर लंबा देवप्रयाग-मलेथा टू लेन मार्ग बन रहा है। अगले दो वर्षों में चारधाम यात्रा के सभी मार्ग टू-लेन बनाना बीआरओ की प्राथमिकता में हैं। चारधाम यात्रियों की सुविधा के लिए सीमा सडक़ संगठन विभिन्न स्थानों पर संकरे यात्रा मार्गों को टू लेन बना रहा है। ऋ षिकेश-गंगोत्री, ऋ षिकेश-बदरीनाथ और ऋ षिकेश-केदारनाथ के सभी संकरे मार्ग टू-लेन बनाए जा रहे हैं।
भैरोघाटी-गंगोत्री के आठ किलोमीटर लंबे मार्ग का चौड़ीकरण अंतिम चरण में है। खास बात यह है कि गंगोत्री में यात्रियों को अपने वाहन पार्क करने की सुविधा मिलेगी। बीआरओ ने गंगोत्री में मार्ग के दोनों ओर लेबाई बनाए हैं जिसमें तीन सौ से अधिक वाहन पार्क हो सकेंगे। वहीं ऋ षिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर देवप्रयाग से मलेथा के बीच 17 किलोमीटर लंबा मार्ग टू-लेन बनाया जा रहा है। इसका काम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग कर रहा है। बीआरओ ने चारधाम के सभी मार्ग अगले दो वर्ष में टू लेन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सीमा सडक़ संगठन शिवालिक वृत्त के मुख्य अभियंता यूपी मेहता का कहना है कि चारधाम यात्रियों की सुविधा के लिए सभी यात्रा मार्ग टू-लेन बनाना बीआरओ का लक्ष्य है। इसके लिए विभिन्न स्थानों पर चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है।
बीआरओ को हरसाल श्रीनगर-रुद्रप्रयाग के बीच सिरोबगड़ में 90 डिग्री की पहाड़ी से बरसात में भूस्खलन भारी पड़ रहा है। बीआरओ इससे निपटने में इन दिनों जुटा है। बरसात में हल्की बारिश में मार्ग बंद हो जाता है। इसलिए यहां यात्रा के दौरान जेसीबी मशीन रहेगी जबकि मार्ग चौड़ा किया जा रहा है। ताकि मलबा गिरने पर दिक्कत न आए।