ऋषिकेश : हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य स्थित हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को खोले जाएंगे। हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट की ओर से आयोजित बैठक में हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित की गई। इस दौरान हेमकुंड यात्रा को लेकर की जाने वाली तैयारियों की रूपरेखा भी तैयार की गई।
हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के साथ ही यहां 25 मई को लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट भी श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए जाएंगे। हेमकुंड साहिब में अभी भी करीब सात फुट बर्फ जमी है, जबकि बीते वर्ष इन दिनों धाम में 10 से 12 फीट तक बर्फ जमी रहती थी। यात्रा मार्ग पर भी अटलाकुड़ी से हेमकुंड साहिब तक पैदल मार्ग पर ग्लेशियर पसरे हुए हैं।
मैनेजमेंट की ओर से पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए सेना की इंजीनियरिंग कोर से भी मदद लेने की योजना बनाई गई है। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेठी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह का कहना है कि शीतकाल में कम बर्फवारी के चलते इस बार धाम और पैदल मार्ग पर बर्फ कम है। पैदल मार्ग में अटलाकुड़ी से हेमकुंड तक ग्लेशियर है।
जिसे हटाने के लिये आगामी 4 अप्रैल से सेना की इंजीनियरिंग कोर और सेवादार काम शुरू कर देंगे। साथ ही 25 अप्रैल से गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी द्वारा हेमकुंड साहिब और घांघरिया में भी यात्रा व्यवास्थाओं को दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।