छात्रवृत्ति घोटाले में अब बड़े-बड़े मगरमच्छों तक पहुंची एसआईटी

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छात्रवृत्ति घोटाले में मानवेंद्र स्वरूप गिरफ्तार!

छात्रवृत्ति घोटाले में एसआइटी अब तक हरिद्वार और देहरादून में 32 मुकदमे दर्ज करा चुकी है, जबकि समाज कल्याण विभाग के पांच अधिकारी-कर्मचारियों समेत 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों जिलों के 50 से अधिक निजी शिक्षण संस्थान फिलहाल एसआइटी के रडार पर हैं। वहीं, अभी भी कई सफेदपोश समेत 30 से अधिक रसूखदार एसआइटी की जांच के दायरे में हैं।

देहरादून : उत्तराखंड के छात्रवृत्ति घोटाले में हो रही कार्रवाई की आंच अब धीरे-धीरे गरीब छात्रों का हक़ मरने वाले बड़े-बड़े मगरमच्छों तक पहुँचने लगी है।  इसी क्रम में गुरुवार को आंच उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित दयानंद शिक्षण संस्थान तक पहुंच गई। संस्था के अधीन देहरादून के प्रेमनगर में संचालित एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में 4.31 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ में आया है। इस सिलसिले में एसआइटी ने संस्था के सचिव मानवेंद्र स्वरूप सहित एक दलाल को भी गिरफ्तार किया है। वहीं एसआईटी को एक दलाल भी मिला बताया गया है जो भाजपा से जुड़ा बताया जा रहा है। कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।

गौरतलब हो कि मानवेंद्र स्वरूप उत्तरप्रदेश की राजनीति में काफी सक्रिय रहे हैं। उनके पिता जगेंद्र स्वरूप और बाबा वीरेंद्र स्वरूप लंबे समय तक उत्तर प्रदेश के एमएलसी रहे हैं।

 छात्रवृत्ति फर्जी छात्रों का प्रवेश दिखा हड़पी गई 

एसआइटी ने फरवरी में प्रेमनगर थाने में एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में छात्रवृत्ति घोटाले का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि संस्थान ने शैक्षणिक सत्र 2012-13 से 2015-16 के मध्य समाज कल्याण विभाग की तरफ से दी जाने वाली छात्रवृत्ति में 4.31 करोड़ रुपये का घपला किया। बैंक डिटेल, पंजीकृत छात्रों और संस्थान से उत्तीर्ण छात्रों का ब्योरे की जांच के बाद सामने आया कि मैनेजमेंट संस्थान में सैकड़ों फर्जी छात्रों का प्रवेश दिखाकर छात्रवृत्ति के रूप में यह राशि हड़पी।

इतना ही नहीं संस्थान ने फेल छात्रों को भी पास दिखाकर उनके नाम पर छात्रवृत्ति का गबन किया गया। एसआइटी ने जांच के बाद दयानंद शिक्षण संस्थान के सचिव मानवेंद्र स्वरूप को नामजद किया था। इसके साथ ही कोर्ट से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया। आरोपित मानवेंद्र स्वरूप मैनेजमेंट स्टडीज संस्थान के संयुक्त सचिव अैार अधिकृत हस्ताक्षरी भी हैं।

एसआइटी ने आरोपित मानवेंद्र स्वरूप को कानपुर से गिरफ्तार कर बुधवार को देहरादून लेकर आई। यहां प्रेमनगर थाने में उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद एसआइटी ने इसी घपले में विकासनगर निवासी राकेश तोमर को भी गिरफ्तार कर लिया। तोमर एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का एजेंट था। वह दूरदराज के छात्रों के दस्तावेज लेकर उनके नाम पर छात्रवृत्ति निकालने का साजिश किया करता था।