सेवा भारती का उद्देश्य समाज में सेवा, संस्कार, समरसता के भाव जागृत करना: कृपाशंकर

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  • सेवा भाव के साथ ही संवेदना भी होनी आवश्यक : राज्यपाल
  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय समाज के डीएनए में है सेवाभाव 
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रविवार को नगर निगम टाउन हाॅल देहरादून में आयोजित सेवा भारती देहरादून के वार्षिकोत्सव ‘उमंग 2019’ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोगो में सेवा भाव के साथ ही संवेदना भी होनी आवश्यक हैं। 
उन्होंने कहा कि किसी भी समाज के एक हिस्से के पिछड़ा या अभावग्रस्त होने से सम्पूर्ण समाज की खुशहाली में अवरोध उत्पन्न होता है। कोई भी समाज तब ही खुशहाल रह सकता है जब उसका प्रत्येक व्यक्ति खुशहाल हो। समाज के सशक्त व जागरूक वर्ग को दुर्बल वर्ग की प्रगति के लिए आगे आना होगा। इसके लिए त्याग व परोपकार की भावना का होना आवश्यक है। 
राज्यपाल ने कहा कि निर्धन बच्चों को शिक्षा प्रदान करना वास्तव में धरातल स्तर पर समाज का सशक्तिकरण है। हमें विशेषकर बालिकाओं को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करने की आवश्यकता है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर देवभूमि उत्तराखण्ड में रहना सौभाग्य की बात है। यहां की परिश्रमी व साहसी महिलाएँ हमारी प्रेरणा की स्रोत हैं।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख कृपाशंकर ने सेवा भारती की स्थापना से लेकर अबतक के सफर को लोगों के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इस प्रकल्प का कार्य समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा के माध्यम से मुख्यधारा में लाना है। समाज में सेवा, संस्कार, समरसता के भाव जागृत करना है।
उन्होंने कहा की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय समाज के डीएनए में सेवा है। बताया कि संघ के संस्थापक ड़ा केशव बलिराम हेडगेवार ने 1914 में कलकत्ता के अंदर आई बाढ़ में अपने मित्रों के साथ जाकर वहां सेवा कार्य किया था। जबकि संघ की स्थापना 1925 में हुई। उन्होंने संघ के प्रारम्भ काल से सेवा कार्य शुरू किया। देश में तमाम प्रकार की अलग—अलग वर्षों में आई प्राकृतिक आपदा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सेवा भारतीय के कार्यकर्ताओं ने आगे आकर कार्य किए। 
उन्होंने कहा कि कुछ लोग संघ को अलग नजरिये से देखते है लेकिन संघ समाज के सभी वर्गों के लिए सोचता है और कार्य करता है। चरखी दादरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें मरने वाले सभी मुसलमान थे,लेकिन सेवा के लिए सबसे पहले वहां के संघचालक पहुंचे। बाद में वहां के मुस्लिम समाज ने उनका अ​भिनंद भी किया। 
उत्तराखंड में आये 1991 के भूकंप और 2013 में आए प्राकृतिक आपदा में स्वयंसेवाकों और सेवा भारतीय के माध्यम से किए कार्यों का उन्होंने उल्लेख किया। सेवा कार्य में जुटे सभी कार्यककर्ओं को प्रेरित किया। 
वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में सेवा भारतीय द्वारा संचालित वीर सावरकर बाल संस्कार केंद्र, भगत सिंह बाल संस्कार केंद्र, सेवा भारती रुचिपुरा बाल संस्कार केंद्र आदि के बच्चों ने देश भक्ति गीत, राज जात यात्रा व नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर दून मेडिकल कॉलेज के डॉ अभय कुमार ने सेवा भारती महानगर देहरादून के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी साथ ही भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन सुनीता पांडे एवं मालिनी जिंदल ने संयुक्त रूप से किया धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष ने दिया ।
इस अवसर पर उद्योगपति व समाजसेवी अशोक विंडलास, हरिमोहन लोहिया,  डॉ सुनीता प्रभाकर, लोकेश, सुनील जैन,प्रो०एच् सी पुरोहित, डॉ भालचंद्र, डाॅली डबराल, सपना नंदा सेवा भारती के क्षेत्रीय मंत्री रीता गोयल, सह क्षेत्रीय मंत्री मंजू कटारिया,  महेश गर्ग, दीप अग्रवाल,कृष्ण गोपाल मित्तल, संघ के सह प्रान्त व्यवस्था प्रमुख नीरज मित्तल, विभाग प्रचारक सुनील कुमा, प्रचार प्रमुख हिमांशु अग्रवाल आदि उपस्थित थे।