बलि प्रथा की अनुमति धर्म नहीं देता : रामदेव

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वीरगंज (नेपाल)। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि नेपाल में बलि प्रथा बंद होनी चाहिए। धर्म बलि प्रथा की अनुमति नहीं देता है। कर्म को धर्म मानकर कार्य करने से देश का विकास संभव होगा। नेपाल का विकास योग, उद्योग, कृषि से संभव है।

पतंजलि योगपीठ की स्थापना गांव-गांव में होगी, जहां लोगों को जड़ी-बूटी की खेती व स्वस्थ रहने के लिए योग कराया जाएगा। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। वह सोमवार को वीरगंज स्थित आदर्श नगर रंगशाला में आयोजित पांच दिवसीय योग शिविर के समापन समारोह के मौके पर बोल रहे थे।

बाबा रामदेव ने कहा कि कोई भी धर्म हिसा का इजाजत नहीं देता है। बलि प्रथा अंधविश्वास है। ऐतिहासिक गढ़ीमाई मेला पांच वर्ष में एक बार लगता है, जहां करीब डेढ़ लाख पशुओं की बलि होती है। पक्षियों की गिनती संभव नहीं है। वह बलि रोकने के लिए मंदिर के पुजारी व प्रबुद्धजनों से बातचीत करेंगे। जरूरत पड़ी तो धरना भी देंगे। उनके मुताबिक भारत से प्रति वर्ष आयुर्वेदिक दवा नेपाल को दी जाती है।

इसमें पतंजलि योगपीठ को प्रति वर्ष 50 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। नेपाल में उद्योग स्थापित होने से आयुर्वेदिक दवा सस्ती होगी और देश को काफी लाभ होगा।