दो हज़ार के नोटों की जगह दो सौ के नोटों को प्राथमिकता

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  • काले धन पर लगाम लगाने की सरकार की एक और योजना 

देहरादून : छोटे नोटों के प्रचलन में लाने और काले धन पर भी लगाम लगाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले साल चलन में आए 2000 रुपए के नोट को लेकर बड़ा फैसला कर लिया है। वहीं आरबीआई ने देशभर के सभी बैंकों को इस बाबत निर्देश भी जारी कर दिए हैं। आरबीआई के इस आदेश के क्रम में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने  भी राज्य की सभी बैंक शाखाओं को इस बावत निर्देश जारी कर दिए हैं।

उल्लेखनीय है  कि काले धन पर रोक लगाने के उद्देश्य और दो हज़ार के नोटों  की आ रही कमी को देखते हुए देशभर में अगले तीन महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(आरबीआई) की ओर से केवल 200 और इससे नीचे के छोटे नोट ही अब उपलब्ध कराए जाएंगे। आरबीआई ने यह एटीएम में 200 व इससे छोटे नए नोट न चलने की वजह से लिया है। इसके साथ ही सभी बैंकों को निर्देशित किया गया है कि वह छोटे नोटों का प्रचलन में लाएं। उधर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इस संबंध में सभी बैंक शाखाओं को निर्देश जारी कर दिए हैं।

एसबीआई की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक आरबीआई ने 15 नवंबर को हुई बैठक में तय किया है कि बाजार में दो हजार के नोटों की तेजी से कमी हो रही है। एटीएम के सॉफ्टवेयर अभी 200 या इससे छोटे नोटों का चलाने के लिए अपडेट नहीं हैं और एटीएम में भी 2000 रुपये के नोटों की आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है। इस आपूर्ति को बरकरार रखने के लिए आरबीआई की करेंसी चेस्ट से अगले तीन महीने तक केवल 200 रुपये और इससे छोटे नोट ही बैंकों को उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है ।

आरबीआई का मानना है कि उसके इस निर्णय से जहां फिलहाल एटीएम पर निर्भरता कम होगी तो वहीँ दूसरी ओर छोटे नोटों के प्रचलन में आने से काले धन पर भी लगाम लगेगी। उपलब्ध 2000 रुपये के नोट हालांकि एटीएम में फीड किए जाएंगे। ताकि जरूरतमंदों को एटीएम से नोट मिल सकें। लेकिन देशभर में फिलहाल छोटी मुद्रा ही चलन में लायी जाएगी।