अब पैरामिलिट्री फ़ोर्स के चिकित्सकों से मिलेगी स्वास्थ्य सुविधा

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  • उत्तराखण्ड की जनता को सेना से मिलेगा मजबूत स्वास्थ्य कवच 
  • केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिल गयी सैद्धांतिक स्वीकृति 
देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
नयी दिल्ली : भारतीय सेना के सीमांत इलाकों के स्थानीय निवासियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं और उपचार सुविधा मुहैया कराये जाने के बाद उत्तराखंड से राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी द्वारा अब  पैरामिलिट्री के चिकित्सकों द्वारा उत्तराखंड के सीमान्त और दूर दराज के इलाके के लोगों के लिए उपचार सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए रविवार को केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाक़ात कर सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गयी है।  इसके बाद अब ऐसे इलाकों के स्थानीय लोगों को स्वस्थ्य सम्बन्धी सुविधाएं मुहैय्या हो जाएंगे जहाँ पैरा मिलिट्री फाॅर्स के अस्पताल कार्यरत हैं।
इस अवसर पर राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा आज मेरे लिये प्रसन्नता, उल्लास और संतोष का दिन है। भावुक भी हूँ, उत्तराखण्ड की जनता को मजबूत स्वास्थ्य कवच मिलने की खुशी है। प्रदेश के दुर्गम और सीमान्त क्षेत्र के हर नागरिक के प्राथमिक स्वास्थ्य को देश की पैरामिलिट्री और सेना का साथ मिला है। उत्तराखण्ड अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से लगा सामरिक प्रान्त है, यहाँ के नागरिक ‘अवैतनिक सीमान्त सेनानी’ हैं। निःसंदेह यह राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में चिकित्सा क्रांति साबित होगी।
उन्होंने देश के गृहमंत्री श्री राजनाथसिंह जी का ह्रदय से आभार जताना चाहूँगा कि उन्होंने मेरे अनुरोध पर आईटीबीपी, एसएसबी और सीआरपीएफ के चिकित्सकों द्वारा आम नागरिकों को प्राथमिक उपचार देने, और स्वास्थ्य समस्याओं के निदान की उम्मीद जगाई है। भारत-तिब्बत-नेपाल सीमा पर बसे राज्यवासियों के लिये खुशखबरी है।
उन्होंने कहा बीते दिन शनिवार को  देश की रक्षामंत्री जी और आज गृहमंत्री जी ने उदारता और संवेदनशीलता दिखाते हुये राज्य की जनता को बड़ी सौगात दी है। मोदी सरकार के इस अमूल्य उपहार से राज्य के स्वास्थ्य ढांचे में मदद मिलेगी। जनप्रतिनिधि के रूप में जनता की सेवा हेतु सेतु बनने का सौभाग्य मेरी पार्टी ने दिया है, जिसका मैं आभारी हूँ। मेरा प्रयास होगा कि उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कार्य करके पलायन रोकने के ठोस उपायों पर कार्य कर सकूँ।
उन्होंने कहा अब शीघ्र ही सेना और पैरामिलिट्री के चिकित्सकों द्वारा राज्य के नागरिको को प्राथमिक उपचार, परामर्श, औषधि आदि की सुविधा प्राप्त हो सकेगी। राज्य में आईटीबीपी, सीआरपीएफ और एसएसबी की विभिन्न स्थानों पर इकाइयां हैं। देहरादून, मसूरी, मातली, नेलांग( उत्तरकाशी), श्रीनगर गढ़वाल(पौड़ी),चम्बा( टिहरी), गौचर औली जोशीमठ, माणा, ग्वालदम (चमोली), रानीखेत, अल्मोड़ा, काठगोदाम, लालकुआं, मिर्थी, जाजरदेवल, धनौडा ( पिथौरागढ़), चम्पावत, बनबसा आदि स्थानों पर पैरामिलिट्री तैनात हैं। इन स्थानों पर जहाँ चिकित्सक उपलब्ध होंगे उनका लाभ स्थानीय जनता को प्राप्त होने की उम्मीद जगी है।