AIIMS ऋषिकेश में स्थानीय रोगियों के लिए ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर शुरू

0
976

मेयर अनीता ममगाईं ने निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत का जताया आभार 

स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार के लिए आने वाले नगर और राज्यवासियों को मिलेगी सहूलियत : मेयर 

पांच सौ महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान कर उन्हें  दिया जा चुका है नया जीवन : प्रो. बीना रवि 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

ऋषिकेश : AIIMS अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में शनिवार को नगर निगम ऋषिकेश की मेयर अनीता ममगाईं व आईबीसीसी की प्रमुख प्रोफेसर बीना रवि ने संयुक्तरूप से ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर का शुभारंभ किया। इसके साथ ही शनिवार से संस्थान में ऋषिकेश नगर क्षेत्र और उत्तराखंड के निवासियों के लिए दो अलग से रजिस्ट्रेशन काउंटर शुरू हो गए हैं।

इस अवसर पर मेयर अनीता ममगाईं ने कहा कि एम्स संस्थान में स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार के लिए आने वाले नगर और राज्यवासियों को सहूलियत मिलेगी और उन्हें मरीजों की अत्यधिक भीड़भाड़ के कारण ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए घटों लंबी लाइनों में इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने एम्स संस्थान द्वारा उत्तराखंडवासियों को दी गई इस खास सुविधा के लिए निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत का आभार जताया।

इस अवसर पर मेयर ने एम्स संस्थान में स्थापित इंटिग्रेटेड ब्रेस्ट कैंसर क्लिनिक का दौरा किया और उसकी कार्यप्रणाली की जानकारी दी। इस दौरान आईबीसीसी प्रमुख प्रो. बीना रवि ने उन्हें बताया कि इंटिग्रेटेड ब्रेस्ट कैंसर क्लिनिक में हमेशा मरीजों की सेवा के लिए आधा दर्जन चिकित्सकों की टीम कार्य करती है, स्पेशल क्लिनिक में एक ही स्थान पर महिलाओं में होने वाले स्तन कैंसर के मामलों की संपूर्ण जांच की सुविधा उपलब्ध है,जिससे महिला रोगियों को परीक्षण व उपचार में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता।

प्रो. बीना रवि ने बताया कि संस्थान में ब्रेस्ट कैंसर ​क्लिनिक की स्थापना से अब तक करीब एक साल की समयावधि में करीब पांच सौ महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान कर उन्हें नया जीवन दिया जा चुका है,जबकि लगभग पैंतीस सौ महिलाओं में इस रोग की जांच व पहचान के बाद उनका उपचार किया जा रहा है। ​

उन्होंने बताया ​कि इसके तहत विभिन्न स्थानों पर जनजागरुकता के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है,जिससे महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरुक किया जा सके। इस अवसर पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. ब्रह्मप्रकाश, डा. अनुभा अग्रवाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल आदि मौजूद थे।