गढ़वाल मोटर्स यूनियन लिमिटेड (GMO) द्वारा संचालित पाखरौं-मोरघट्टी-कालागढ-रामनगर वन मोटर मार्ग पर बसों का संचालन हेतु हरी झंडी
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : अब न आपको उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करना पड़ेगा और ना ही घण्टों ट्रैफिक में फंसे रहना का खतरा है क्योंकि वह मंत्री डॉ हरक सिंह रावत जी ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए गढवाल मोटर्स यूनियन लिमिटेड (GMO) द्वारा संचालित पाखरौं-मोरघट्टी-कालागढ-रामनगर वन मोटर मार्ग पर बसों का संचालन हेतु हरी झंडी दे दी है।
इस मार्ग के खोले जाने से अब कोटद्वार-नजीबाबाद-जसपुर-काशीपुर होकर रामनगर तक लगभग 142.8 किमी. दूरी तय करने के स्थान पर अब आप मात्र 90 किमी. की दूरी तय करते हुए गढवाल तथा कुमाऊँ हेतु पाखरौं-मोरघट्टी-कालागढ-रामनगर वन मोटर मार्ग से मात्र दो घण्टे में रामनगर से कोटद्वार व कोटद्वार से रामनगर पहुंच सकते हैं। यह गढ़वाल-कुमाऊं को जोड़ने वाला सबसे मुफीद सड़कमार्ग कहा जा सकता है।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ हरक सिंह रावत ने गढवाल मोटर्स यूनियन लिमिटेड द्वारा संचालित पाखरौं-मोरघट्टी-कालागढ-रामनगर वन मोटर मार्ग पर सार्वजनिक बसों का संचालन जो कि विगत कई वर्षाे से बन्द था, उक्त मार्ग को खोले जाने का निर्णय लिया। काफी लम्बे समय से स्थानीय लोगो द्वारा यह मांग की जा रही थी कि पाखरौं-मोरघट्टी-कालागढ-रामनगर मार्ग को खोला जाए। इस मार्ग के खोले जाने से उत्तराखण्ड के लोगों को गढवाल से कुमाऊं जाने में अत्यंत कम दूरी तय करनी पडेगी।
वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि पाखरौं-कालागढ-रामनगर मोटर मार्ग में शुरू होना इसलिए भी आवाश्यक है क्योंकि कोरोना काल में चिकित्सा उपचार हेतु हमारे प्रदेश के लोगों को कुमाऊं से गढवाल आने के लिए पास बनाने की परेशानी से जूझना पड़ा तथा कई-कई घंटे तक बार्डरों में खडे रहे। इस से उत्तराखण्ड के गढ़ कुमाऊँ की जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। जनता की परेशानी देखते हुए वे भी काफी परेशान रहे व आखिरकार उन्होंने यह निर्णय ले लिया है कि कई बर्षों से बंद पड़े इस मार्ग पर पुनः मोटर गाड़ियों की आवाजाही शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मोटर मार्ग के खुल जाने से हमारे प्रदेश के लोग उत्तरप्रदेश में प्रवेश किए बिना गढवाल से कुमाऊं तथा कुमाऊं से गढवाल में यात्रा कर सकेंगे।