विधायक दिलीप रावत सड़कों की हालत देख अधिकारियों पर बिफरे

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सड़कों पर गड्ढों को दिखाते हुए अधिकारियों को दिलाई उनकी जिम्मेदारी याद 

सड़कों की हालत को विधायक ने पैर से उधाड़कर दिखाया और पूछा कि ऐसे में यहां दुर्घटनाएं नहीं होंगी तो क्या होगा?

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
कोटद्वार। 2022 विधानसभा चुनावों में डेढ़ साल से भी कम का समय बचा है और इसका असर सरकार और विपक्ष दोनों के नेताओं पर दिखने लगा है। सत्ताधारी पार्टी के नेता घोषणाएं करने में लगे हैं तो विपक्ष के नेता विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए तल्ख हो रहे हैं। लैंसडौन के विधायक दिलीप रावत गुरुवार को अपने विधानसभा में सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा करने पहुंचे और सड़कों की हालत देख अधिकारियों पर बरस पड़े।
श्री रावत ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रही 3 सड़कों का जायजा लिया। सड़कों की हालत देखकर दिलीप रावत गुस्से में नजर आए। उन्होंने सड़कों पर गड्ढों को दिखाते हुए अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई। सड़कों की हालत को विधायक ने पैर से उधाड़कर दिखाया और पूछा कि ऐसे में यहां दुर्घटनाएं नहीं होंगी तो क्या होगा? विधायक दिलीप रावत ने अधिकारियों को इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता में कमी किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बता दें कि उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की बड़ी वजह सड़कों की खराब क्वालिटी भी है। यह बात कई दुर्घटनाओं के बाद साबित हो चुकी है लेकिन बीते 20 साल में सड़कों की क्वालिटी अच्छी रखने के लिए कोई ठोस योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। ऐसे में चुनाव नजदीक आने पर ही सही अगर सड़कों की क्वालिटी दुरुस्त रखने की कोशिश होती है तो यह कई जानें बचा सकती हैं।