तीसरे दिन भी नहीं लगा भागीरथी में समाये 12 लोगों का पता

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उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी के समीप हेलगूगाड़ में स्थानीय यात्रियों की जीप भागीरथी में समाने के तीसरे दिन भी 12 यात्रियों का पता नहीं लग पाया है। मंगलवार सुबह से ही प्रशासन सहित पुलिस और एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम रेसक्यू करतीं रही,लेकिन उसके बाद भी लापता लोगों का पता नहीं चल पाया।

गत रविवार को गंगोत्री जाते हुए हेलगूगाड़ के समीप एक जीप अनियंत्रित होकर भागीरथी के तेज बहाव में समा गई थी। जीप में अठाली गांव के 12 लोग सवार थे। दुघर्टना के बाद अठाली गांव के अन्य लोग सभी वापस लौट गए थे। सूचना मिलने पर प्रशासन सहित पुलिस और एनडीआरएफ,एसडीआरएफा और आईटीबीपी सहित जल पुलिस रविवार शाम से ही घटना स्थल पर रेसक्यू चला रही है। लेकिन उसके बाद भी मंगलवार दोपहर बाद तक लापता लोगों को कुछ पता नहीं लग पाया।

सोमवार को रेसक्यू टीम ने बीआरओ की क्रेन मंगवाकर उस पर चुंबक लगाकर वाहन ढूंढने की कोशिश की। लेकिन उसके बाद भी कुछ पता नहीं लग पाया। साथ ही मंगलवार को प्रशासन की ओर हाइड्रो मशीन मंगवाकर वाहन और लापता लोगों को ढूंढने की कोशिश की गई। उसके बाद भी किसी प्रकार की सफलता नहीं मिल पाई। वहीं मौके पर सीडीओ उदय सिंह राणा सहित एडीएम पीएल शाह, एसपी ददनपाल और एसडीएम सौरभ असवाल सहित पूरी प्रशासनिक टीम मौजूद हैं।

अधिकारियों का कहना है कि रेसक्यू टीम पूरी कोशिश कर रही है। लेकिन किसी प्रकार की सफलता नहीं मिल पा रही है। इस दौरान रेसक्यू टीम ने नदी में 40 किमी का इलाका छान मारा लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पायी वहीँ जहां सोमवार को अग्निशमन की टीम ने घटना स्थल से लेकर मनेरी झील तक भागीरथी के सभी कोनों को छान मारा। वहीं मंगलवार को एसडीआरएफ के गोताखोरों ने कई घंटों तक मनेरी झील को भी खंगाला कि इस उम्मीद के साथ कि कोई लापता नदी के तेज बहाव के साथ मनेरी झील तक पहुंचा हो। वहीं सोमवार को एक वाहन की स्टेपनी भी नालूणा के पास मिली है। इसे फिलहाल दुघर्टनाग्रस्त जीप का माना जा रहा है।