गुजरात में दूध 7000 रुपये लीटर बिक रहा है, वह भी गधी का दूध

0
924

गधे के दूध में एंटी-एजिंग, एंटीऑक्सीडेंड और दूसरे रीजनरेटिंग कंपाउंड्स

डॉ. मोहन पहाड़ी
देहरादून : प्राचीन इजिप्ट में क्लियोपात्रा गधी के दूध से स्नान करता था। माना जाता है कि उसकी खूबसूरती का राज गधी का दूध ही था। इसी दूध के सेवन से उसके ऊपर बढ़ती उम्र का असर नहीं हुआ था , गधी के दूध में एंटी-एजिंग, एंटीऑक्सीडेंड और दूसरे रीजनरेटिंग कंपाउंड्स होते हैं। इस वजह से ये काफी फायदेमंद होता है।
भारतीय हलारी ब्रीड की गधी मूल रूप से गुजरात के सौराष्ट्र रीजन में पायी जाती है। इस इलाके में गधी के एक लीटर दूध की कीमत 7000 रुपये लीटर होती है। यहां कई सारे फर्म हैं जो साबुन, स्किन जेल और फेस वास बेचते हैं ये सभी गधी के दूध के ही बने होते हैं। कहा जाता है कि इस दूध से स्किन हाईड्रेट रहता है और कील-मुहांसों से भी सुरक्षित रहता है।
हलारी गधी घोड़े से छोटी होती है। लेकिन, गधी के दूसरे ब्रीड की तुलना में लम्बी होती है। यह एकदम छोटे घोड़े की तरह दिखती है। इसके ऊपर सफेद रंग के फर होते हैं।
[wpdiscuz-feedback id=”pf3kka1qx5″ question=”Please leave a feedback on this” opened=”1″][/wpdiscuz-feedback]