प्रेस क्लब मे सांसद प्रो.रीता बहुगुणा जोशी का भव्य नागरिक अभिनन्दन

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हम संवेदनशील राष्ट्र हैं। हम विश्व को प्रेम करने वाले राष्ट्र : रीता बहुगुणा जोशी 

सी एम पपनैं

चंडीगढ़। राष्ट्रीय युवक परिषद पंजाब व चंडीगढ़ इकाई द्वारा परिषद की राष्ट्रीय संरक्षक व संसद की स्थाई समिति अध्यक्षा प्रो.रीता बहुगुणा जोशी (सांसद प्रयागराज) का 6 जनवरी चंडीगढ़ प्रैस क्लब मे भव्य नागरिक अभिनन्दन किया गया।

आयोजित कार्यक्रम मे चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली इत्यादि राज्यो व केंद्रशासित प्रदेशो के वरिष्ठ शिक्षाविद, व्यापारिक संगठनो से जुड़े पदाधिकारी, सामाजिक व सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़े मनीषी, चिंतक, साहित्यकारो, पत्रकारो तथा स्कूली छात्राओ की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस व स्वामी विवेकानंद की राष्ट्रभक्ति से प्रेरित गैर राजनैतिक संस्था राष्ट्रीय युवक परिषद की नवगठित चंडीगढ़ व पंजाब इकाई द्वारा प्रो.रीता बहुगुणा जोशी के सम्मान में आयोजित भव्य नागरिक अभिनन्दन समारोह का श्रीगणेश स्वामी विवेकानंद के चित्र पर मुख्य अतिथि के सानिध्य मे अन्य गणमान्य अतिथियो तथा संस्था पदाधिकारियो के कर कमलो दीप प्रज्वलन तथा वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत गाकर किया गया।

कार्यक्रम संयोजक नंद किशोर भट्ट तथा नव नियुक्त राष्ट्रीय युवक परिषद चंडीगढ़ तथा पंजाब अध्यक्ष सुरेन्द्र वर्मा द्वारा परिषद संरक्षक प्रो.रीता बहुगुणा जोशी को सम्मान स्वरूप पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह भेट कर तथा बैज लगाकर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अभिनन्दन किया गया। साथ ही अनेकों प्रतिष्ठित सामाजिक संगठनों व समाज के लोगों द्वारा प्रो.रीता बहुगुणा जोशी का भव्य नागरिक अभिनंदन पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिन्ह भेट कर किया गया।

राष्ट्रीय युवक परिषद चंडीगढ़ व पंजाब के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेन्द्र वर्मा द्वारा सभी अतिथियो व समाज के सभी वर्गो के उपस्थित प्रबुद्ध गणमान्य जनों का कार्यक्रम मे बड़ी संख्या में आने हेतु आभार व्यक्त किया गया। परिषद के संस्थापको व राष्ट्रीय पदाधिकारियो द्वारा उन पर विश्वास जता, बड़ी जिम्मेवारी सौपने हेतु परिषद संरक्षक व राष्ट्रीय अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया गया। अवगत कराया, माननीय रीता बहुगुणा जोशी जी की सलाह पर ही उन्होंने संस्था से जुड़ने व पद ग्रहण करने का मन बनाया, जिसका वे पूरी जिम्मेवारी व निष्ठा के साथ निर्वाह करेंगे।

राष्ट्रीय युवा परिषद संस्थापक व अध्यक्ष नरेंद्र माथुर ने अपने संबोधन मे व्यक्त किया, वे पांच नदियों की धरा मे सभी आगन्तुको का स्वागत करते हैं। अवगत कराया, राजनैतिक चर्चा से दूर विशुद्ध स्वयं सेवी तथा भारतीय चिंता से युक्त इस संस्था का शुभारंभ सुभाष चंद्र बोस व स्वामी विवेकानंद के आदर्शो से प्रेरित होकर भोपाल मध्य प्रदेश की सरजमी पर पांच व्यक्तियों द्वारा तेईस जनवरी 1970 को किया गया। राष्ट्रीय आंदोलन मे जीने मरने के जज्बे के साथ मातृभूमि की सेवा व रक्षा हेतु कर्तव्य निर्वाह मुख्य उद्देश्य रहा।

अवगत कराया गया, वर्तमान मे परिषद का विस्तार बाइस राज्यो मे किया जा चुका है, हजारों की संख्या में समर्पित सदस्य जुड़े हुए है। इंसान से इंसान को जोड़ने वाले इस परिषद गठन को इसी माह 30 जनवरी 2020 को पचास वर्ष पूरे हो जायेंगे।

व्यक्त किया गया, एक कैंडिल का वही महत्व है जो ज्वालामुखी का है। भारत जैसी भूमि कही नही है। यहां की भूमि में सुगंध है। यहां सभी धर्मो का समावेश है। भारत गौरवशाली देश है। स्वार्थ से जीने से अच्छा, मर जाना अच्छा है। बुद्धिजीवी भी इस संगठन से सीख लें।

व्यक्त किया गया, आदरणीया रीता बहुगुणा जोशी जी का नागरिक अभिनन्दन सांसद या नेता के नाते नही, एक समाज सेविका व संस्था के संरक्षक के नाते किया जा रहा है। पंजाब व चंडीगढ़ का पुनर्गठन कर सुरेन्द्र वर्मा व नंद किशोर भट्ट को जिम्मा सौंप, दीप प्रज्वलित किया गया है।

मुख्य अतिथि प्रो.रीता बहुगुणा जोशी ने अपने संबोधन में आयोजित अभिनन्दन समारोह आयोजको व समाज के सभी वर्गो से जुड़े उपस्थित प्रबुद्ध प्रतिष्ठित जनों, संस्थाओं व संगठनों से जुड़े पदाधिकारियो का आभार व्यक्त कर कहा, आज आप लोगों की उपस्थिति ने गदगद किया है। व्यक्त किया, संस्था मे कितने प्रभावशाली लोग हैं, यह महत्व नहीं रखता। सबसे बड़ा, दिया गया छोटे से छोटा योगदान, महत्वपूर्ण है।

बाइस भाषाए व अनंत धर्म हैं। धर्म पैदा करने वाला यह देश है, जिसने तीन बड़े सिख, जैन व हिन्दू धर्म दिए हैं। अनेकों क्षेत्रीय भाषाऐं हैं, सबको देख, हम भारतीय एक हैं। यह हमारी खूबी है। यह सब हमारी परम्पराओं व संस्कृति से मिला है।

प्रो.रीता बहुगुणा जोशी ने व्यक्त किया, हम संवेदनशील राष्ट्र हैं। हम विश्व को प्रेम करने वाले राष्ट्र हैं। कवि व लेखक की कलम राष्ट्र के दर्द को आलेखित करती है। राष्ट्र का विरोध करने वाला राष्ट्र विरोधी हो सकता है, राष्ट्र प्रेमी नही। उन्होंने व्यक्त किया, मुझे गर्व है, मैं हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी व उससे भी अधिक सौभाग्यशाली कमला बहुगुणा की पुत्री हूं।

मुख्य अतिथि ने व्यक्त किया, जिस समाज में आत्म सम्मान का भाव होगा, उस समाज को आगे बढ़ने से कोई रोक नही सकता। देश के बड़े-बड़े नेता इस राष्ट्रीय युवा परिषद के मंच पर आए हैं। यह युवा परिषद खुद्दारी से जो करता है, वह प्रशंसनीय है।

योगदान की ओर देखे तो हमने पोलियो को समाप्त किया है। सन 2025 तक तपैदिक से मुक्ति पा लेंगे। यह राष्ट्रीय समस्या थी, जिस कारण लाखों लोग मर रहे थे। बच्चों की मौतो मे वातावरण की कमी है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बिहार, राजस्थान में हजारों बच्चे मर रहे थे। पानी, स्वच्छता, टीकाकरण न होने से यह सब हो रहा था। मेरे उत्तर प्रदेश मंत्रीपद पर रहते इन बीमारियों पर कार्य हुआ। मृत्युदर निम्न स्तर पर आई।

शौचालय के महत्व को पहली बार समझा गया, जो बीमारी से मुक्ति का माध्यम बना। स्वच्छता अभियान व पर्यावरण को घर-घर ले जाना है। इस हेतु जागरूकता जरूरी है। पेड़ लगाना जरूरी है, जिन पर पक्षी वास करेंगे, पर्यावरण शुद्धता की ओर बढ़ेगा।

प्रो.रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, शिक्षण संस्थानों में जाना होगा, जो राजनैतिक संस्थान बन गए हैं। उन्होंने कहा, मैंने तीस वर्ष इलाहाबाद विश्व विद्यालय मे शिक्षण कार्य किया। पहले राजनीति शिक्षण संस्थानों से बाहर होती थी। मेरे पिता खुद इससे बाहर रहे। शिक्षा संस्थानों में राजनीति का विरोध होना चाहिए। समाज जब जागृत होकर किसी बात को उठाता है, तो सरकार उस बात को हल करती है। शिक्षा अधिकार कानून बन गया है। बाल श्रम अभी भी है, जिस पर आंदोलन चल रहा है, जो कठिन हो गया है। लाखों लड़के-लड़कियां गायब हो जाती हैं।

उन्होंने कहा, मेरी मां कहती थी, अपने लिए नही समाज के लिए कार्य करो, महिलाओं के लिए कार्य करो। इसीलिए उन्होंने बीस वर्ष सोशल सैक्टर मे कार्य किया, जिस बल स्वतंत्र रूप से चुनाव मे खड़ी हो जीत हासिल कर इलाहाबाद की महापौर का पद हासिल किया। सोलह घंटे महापौर रहते जनसरोकारों के लिए कार्य किया। संयुक्त राष्ट्र की सात वर्ष तक सलाहकार रही। दक्षिण एशिया का सर्वोच्च महिला पुरूष्कार मिला। पिता की मृत्यु के छः वर्ष बाद चुनाव लड़ी। मुझे समाज के लोगों से यह नही कहना पड़ा, मुझे बोट दो। उन्होंने बेबाक सुझाव दिया, कार्य ऐसा करो, समाज आपको स्वयं बोट करे।

कहा, सन 1970 बढ़ती आबादी में सत्तर प्रतिशत बृद्ध थे। सन 2020 मे सत्तर प्रतिशत युवा हैं। आज समाज की सोच को बदलना होगा। सरकार को कोसना बंद करना होगा। हम सबको मिलजुल कर अपने-अपने दायरे में रहकर राष्ट्र की समृद्धि हेतु कार्य करना चाहिए। खुद को इतना आगे बढ़ाओ कि दूसरा स्वयं झुक जाए।

अभिनन्दन समारोह के अन्य वक्ताओ मे क्रमशः हरियाणा व दिल्ली प्रदेश राष्ट्रीय युवा परिषदअध्यक्ष विजय शर्मा तथा मुकेश गर्ग, समारोह की अध्यक्षता कर रहे सौभाग्य वर्धन मुख्य रहे। उक्त वक्ताओ द्वारा प्रो.रीता बहुगुणा जोशी के बीज भाषण को प्रेरक व मार्गदर्शन देने वाला तथा भारत के दर्द को समझने वाला बताया। अवगत कराया, हरियाणा मे भ्रूणहत्या मे कार्य कर कानून बनवाने, नारी सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा रेड लाइटो पर भीख मांगने वालो को शिक्षा देने जैसे महत्वपूर्ण जनजागरण कार्यो मे जागरूकता पैदा करने में महान व्यक्तित्व की धनी प्रो.रीता बहुगुणा जोशी का अतुलनीय योगदान रहा है।

राष्ट्रीय युवक परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र माथुर, अभिनन्दन समारोह की अध्यक्षता कर रहे सौभाग्य वर्धन के साथ-साथ अन्य गणमान्य अतिथियो मुकेश गर्ग, विजय शर्मा प्रदेश अध्यक्ष हरियाणा, नंद किशोर गर्ग, रंजीता मेहता, ए के मक्कड़, यशपाल भगत, हितेष पुरी, किरन धारीवाल इत्यादि का चंडीगढ़-पंजाब इकाई द्वारा पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य अतिथियो के हाथों ‘आलोकपर्व’ नामक मासिक पत्रिका अंक का लोकार्पण किया गया।

चंडीगढ़ की स्कूली छात्राओं द्वारा महेंद्र कौर कटारिया के सानिध्य मे पंजाबी गीत-नृत्य की प्रभावशाली छटा प्रस्तुत की गई। पंजाबी नृत्य गिद्दा की स्वरलहरियो व संगीत की धुन मे मंत्रमुग्ध हो प्रो.रीता बहुगुणा जोशी अपने आप को छात्राओं के बीच नाचने से रोक नही पायी, छात्राओं के बीच मदमस्त होकर नाची।

संयोजक नंदकिशोर भट्ट द्वारा सभी अतिथियो व प्रबुद्ध जनो का आभार व्यक्त करने के साथ ही नागरिक अभिनन्दन कार्यक्रम का समापन हुआ। आयोजित अभिनन्दन समारोह का मंच संचालन परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राम गोपाल शर्मा द्वारा संचालित किया गया।
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