माताश्री मंगला जी एवं भोले जी ने कहा : इस आपदा की घड़ी में हम उत्तराखंड के साथ हैं खड़े

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चमोली जिले की त्रासदी पर माताश्री मंगला जी एवं भोले जी ने व्यक्त की अपनी संवेदना

हंस फाउंडेशन उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से मुसीबत में फंसे लोगों की करेगा हर संभव मदद 

माता श्री मंगला जी ने मुख्यमंत्री की थपथपाई पीठ और कहा : आपदा की इस घड़ी में राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर उन्होंने दिया संवेदनशीलता और नेतृत्व क्षमता का परिचय  

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : बीते दिन उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में ऋषिगंगा में ग्लेशियर टूटने और उसके बाद उसके जद में आई धौली गंगा और तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट के भारी सैलाब से आई आपदा में कई लोगों के लापता होने और कई लोगों के मारे जाने की सूचना के बाद हंस फाउंडेशन के संस्थापक माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने चमोली जिले की इस भीषण त्रासदी पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि हंस फाउंडेशन इस संकट के समय में राज्य की जनता और प्रदेश सरकार के साथ खड़ा है।
माताश्री मंगला जी ने अपने एक संदेश में कहा है कि सात फरवरी (रविवार) को चमोली प्राकृतिक आपदा में मारे गये लोगों एवं आपदा से प्रभावित परिवारों के प्रति हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। संकट की इस घड़ी में समस्त द हंस फाउन्डेशन परिवार उत्तराखंड वासियों एवं प्रदेश सरकार के साथ हर संभव मदद पहुँचाने के लिये तत्पर है। यह प्राकृतिक आपदा बहुत ही दुःखद है। 
माता मंगला जी ने कहा है यह समय हमारे लिए बहुत कठिन समय है। लेकिन हम सब मिलकर इस कठिन समय से जल्द निकल जाएंगे। माताश्री जी ने कहा है कि हम राज्य की जनता को विश्वास दिलाते हैं कि हंस फाउंडेशन हमेशा हर दुःख-सुख में आपके साथ खड़ा है और खड़ा रहेगा। माता श्री ने प्रभावित इलाके के लोगों से कहा आप किसी भी तरह से घबराएं नहीं और अपने घरों में सुरक्षित रहें। हम चमोली में ग्लेशियर टूटने से मुसीबत में फंसे लोगों की हर संभव मदद करेंगे।
हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता श्री मंगला जी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा आपदा की इस घड़ी में राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर संवेदनशीलता और नेतृत्व क्षमता पर उनका धन्यवाद करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री की कार्यकुशलता और प्रदेश की जनता के दुःख के प्रति उनकी संवेदनशीलता प्रदर्शित करता है। उन्होने  तपोवन  में ग्लेशियर टूटने से मुसीबत में फंसे लोगों की हर संभव मदद करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत धन्यवाद किया है।
गौरतलब हो कि बीते दिन रविवार सात फरवरी 2021 को चमोली जिले के रैणी गांव के समीप ऋषिगंगा में एक विशाल हिमखंड टूट कर पहाड़ों से दरकता हुआ ऋषिगंगा  से धौली गंगा में समा गया। इससे आई तबाही के कारण ऋषि गंगा पर बने 13 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना का जहां नामोनिशान ही मिट गया वहीं तपोवन में एनएचपीसी द्वारा 500 मेगावाट की निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, मुख्यमंत्री उसी समय घटनास्थल के लिए रवाना हुए थे। चमोली पहुंच कर उन्होंने डीएम और एसपी के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही मुख्यमंत्री रावत ने लोगों से अपील की कि इस संकट के समय में किसी भी तरह से डरने व घबराएं की आवश्यकता नहीं है। सरकार हर तरह से आपके साथ है।