शहीद गबर सिंह नेगी सेना में भर्ती होने वाले जवानों के प्रेरणाश्रोत : माता श्री मंगला जी

0
873
  • विक्टोरिया क्रास विजेता गबर सिंह नेगी 

ग्राम मज्यूड़ गांव निवासी शहीद गबर सिंह नेगी का जन्म 21 अप्रैल 1895 को टिहरी गढ़वाल में चंबा के पास मज्यूड़ गांव मे हुआ था । वे 6 अक्टूबर 1913 में गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए। मात्र 20 वर्ष की आयु में 1915 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान न्यू शेपल में शहीद हो गए। वर्ष 1914 में प्रथम विश्वयुद्व हुआ तो ब्रिटिश सेना की ओर से उनकी बटालियन द्वितीय गढ़वाल राइफल को इस युद्ध में जर्मन सेना के खिलाफ लड़ने के लिए भेजा गया। इसकी कमान गबर सिंह नेगी को सौंपी गई। उन्होंने शौर्य ओर पराक्रम से लड़ते हुए जर्मन सेना में खलबली मचा दी और उनके सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया। इसके अलावा उनके 350 सैनिकों व अफसरों को बंदी बना दिया। इस युद्ध में बहादुरी से लड़ते हुए 10 मार्च 1915 को वे वीरगति को प्राप्त हो गए। वर्ष 1925 में उनकी याद में सेना ने चम्बा में उनका स्मारक बनाया। तब से उनके शहादत दिवस पर हर वर्ष सेना के चम्बा स्थित स्मारक में श्रद्धांजलि देने आते हैं। गढ़वाल राइफल्स में उनकी वीरता को आदर्श मानकर सभी जवानों को उनकी वीरता,शूरता और अदम्य साहस से सीख लेने की प्रेरणा मिलती है। उनकी जयंती पर पुनः उनको शत शत नमन।

  • हज़ारों लोगों ने दी विक्टोरिया क्रास गबर सिंह नेगी को श्रद्धांजलि

सेना ने दी स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर सशस्त्र सलामी

परेड देखने के लिए मेले में उमड़ी भारी भीड़

चंबा : श्रीदेव सुमन राजकीय इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि हंस फाउंडेशन की निदेशक माता मंगला और भोले महाराज ने रिबन काटकर और दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उन्होंने कहा कि शहीद गबर सिंह नेगी सेना में भर्ती होने वाले जवानों के प्रेरणास्नोत हैं और सेना से जुड़ने वाले नव युवकों को उनके जीवन कर्म से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहाड़ में स्वास्थ्य, शिक्षा और पलायन को रोकने के लिए हंस फाउंडेशन जल्द ही कार्ययोजना तैयार करेगा। भविष्य में मेले को वृहद रूप देने के लिए फाउंडेशन की ओर से मदद दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य से ही उत्तराखंड का सही विकास हो सकता है। इस मौके पर सेना के जवानों ने बैंड का प्रदर्शन कर गढ़वाली धुन बजाई जिसे लोगों ने खूब सराहा। इस मौके पर मेला समिति व पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष इन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि जन सहयोग से मेले का आयोजन किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मेले में आये लोगों ने खूब खरीददारी की।

इससे पहले प्रथम विश्वयुद्ध के नायक शहीद वीसी गबर सिंह नेगी की जयंती पर गढ़वाल राइफल के जवानों ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद वीसी गबर सिंह नेगी की जयंती पर उन्हें गढ़वाल राइफल के जवानों, जनप्रतिनिधियों, शहीद के ग्रामीणों और पूर्व सैनिकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

रविवार को आठ बजे सबसे पहले शहीद के गांव मज्यूड़ के लोग शहीद स्मारक पर पहुंचे। वहां उन्होंने पूजा-अर्चना करने के बाद स्मारक की परिक्रमा की और पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद लैंसडौन से आए गढ़वाल राइफल के 19 जवानों ने सूबेदार मेजर उत्तम सिंह और सूबेदार विक्रम शाह के नेतृत्व में शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। गढ़वाल राइफल के जवानों ने देशभक्ति गीत व बैड की धुन पर शहीद का स्मरण किया।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष सुमना रमोला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूरज राणा, ज्येष्ठ उपप्रमुख नरेन्द्र रमोला, साब सिंह सजवाण, व्यापार मंडल के दर्मियान सिंह सजवाण, ईओ नगर पालिका शांति प्रसाद जोशी, सभासद शक्ति प्रसाद जोशी, संजय बहुगुणा, आनन्द सिंह नेगी, विक्रम सिंह भंडारी, बलवंत सिंह पुण्डीर, प्रधान पदम सिंह गुसांई, कवि सोमवारीलाल सकलानी, अंजलि चंदोला, आशा डबराल, आशा भट्ट आदि मौजूद थे।

Previous articleWill 2019 Witness the Dynasty as a Liability on the Congress Party?
Next articleक्राइम ब्रांच ने रोहित हत्या मामले में परिवार के सभी सदस्यों को हिरासत में लिया
तीन दशक तक विभिन्न संस्थानों में पत्रकारिता के बाद मई, 2012 में ''देवभूमि मीडिया'' के अस्तित्व में आने की मुख्य वजह पत्रकारिता को बचाए रखना है .जो पाठक पत्रकारिता बचाए रखना चाहते हैं, सच तक पहुंचना चाहते हैं, चाहते हैं कि खबर को साफगोई से पेश किया जाए न कि किसी के फायदे को देखकर तो वे इसके लिए सामने आएं और ऐसे संस्थानों को चलाने में मदद करें। एक संस्थान के रूप में ‘ देवभूमि मीडिया’ जनहित और लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुसार चलने के लिए प्रतिबद्ध है। खबरों के विश्लेषण और उन पर टिप्पणी देने के अलावा हमारा उद्देश्य रिपोर्टिंग के पारंपरिक स्वरूप को बचाए रखने का भी है। जैसे-जैसे हमारे संसाधन बढ़ेंगे, हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। हमारी पाठकों से बस इतनी गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के सुझाव अवश्य दें। आप अपना सुझाव हमें हमारे ई-मेल devbhumi.media@gmail.com अथवा हमारे WhatsApp नंबर +919719175755 पर भेज सकते हैं। हम आपके आभारी रहेंगे