गंगा संरक्षण के प्रचार-प्रसार को लेकर एम.ओ.यू. हुआ हस्ताक्षरित

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देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाये रखने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना होगा। जिसमें राज्य सरकार के साथ ही शैक्षिक एवं सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना होगा तथा जन सहयोग भी जरूरी है।

यह बात मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने सोमवार को यहाँ हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय और उत्तराखण्ड में संचालित नमामि गंगे परियोजना के मध्य उत्तराखण्ड राज्य में गंगा संरक्षण हेतु प्रचार-प्रसार और जन जागरूकता के लिए एक एम.ओ.यू. हस्ताक्षर के दौरान कही।

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में एम.ओ.यू पर अपर सचिव डॉ.राघव लंगर एवं रजिस्ट्रार हेमवती नन्दन बहुगुणा विश्वविद्यालय ने हस्ताक्षर किये। इस एम.ओ.यू. के माध्यम से विश्वविद्यालय गंगा संरक्षण कार्यक्रम हेतु एक सक्रिय क्षेत्रीय सहयोगी की भूमिका निभाएगा।

इस अवसर पर अपर सचिव डॉ.राघव लंगर ने जानकारी दी कि नमामि गंगे के अन्तर्गत जन-जागरूकता हेतु 13 सितम्बर को श्रीनगर गढ़वाल के चौरास परिसर में एक कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। नुक्कड़ नाटक, गंगा रथ एवं जागरूकता रेलियों के माध्यम से गंगा को स्वच्छ, निर्मल एवं अविरल बनाने के लिए अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि श्रीनगर विश्वविद्यालय के चौरास कैम्पस की लोकेशन नमामि गंगे अभियान के लिए हर प्रकार से उपयुक्त है।

इस अवसर पर विधायक गणेश जोशी, सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा, कुलपति हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रो.जवाहर लाल कौल आदि उपस्थित थे।