ग्रामीणों ने की गुलदार को पकड़ने की मांग
रुद्रप्रयाग । तल्लानागपुर क्षेत्र के बोरा गांव में गुलदार ने गोशाला में घुसकर गाय सहित दो बच्छियों को निवाला बनाया। पता सुबह तब लगा जब काश्तकार गोशाला दूध निकालने गई, मगर तब तक तीनों मवेशियां दम तोड़ चुकी थी।
घटनाक्रम के मुताबिक बोरा गांव की राजेश्वरी देवी कठैत सोमवार की सांय को दूध दोहने के बाद गाय सहित दो बच्छियों को चारा घास देकर अपने घर लौट गयी। रात्रि को पशुभक्षी गुलदार गोशाले के दरवाजों को तोड़कर गोशाला में जा घुसा और एक साथ गाय सहित दो बच्छियों पर हमला कर दिया। घटना रात्रि के अंधेेरे की होने के कारण किसी को पता नहीं लग पाया।
सुबह जब गाय मालकिन राजेश्वरी देवी प्रतिदिन की तरह गोशाला पहुंची तो वहां गोशाला के दरवाजे खुले देखकर अचंभित हो गयी। जैसी ही गोशाला के अंदर निगाहें गाड़ी तो गाय सहित बच्छियों को अलग-अलग अचेतन स्थिति में पाया। देखा तो तीन मवेशियों को गुलदार ने बुरी तरह जख्मी कर रखा था। गुलदार के हमले से पेट फटा और आंते बाहर निकली हुई थी।
सूचना मिलते ही अन्य लोग भी गोशाला में जुट गये। ग्राम प्रधान श्रीमती शकुन्तला देवी गुसाई ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार की सक्रियता बढ़ने से मवेशियों की सुरक्षा चुनौती बनी हुई है। करीब दो माह पूर्व समीपवर्ती गांव चामक में भी गुलदार ने इसी तरह ही घटना को अंजाम दिया था। प्रधान श्रीमती गुंसाई ने वन विभाग से प्रभावित परिवार को उचित मुआवजा देने के साथ ही गुलदार को पकड़ने की मांग की।