केदारनाथ विधायक ने सरकार को संशोधन बिल पर घेरा 

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-सदन में उपस्थित सदस्य तालियां बजाकर आनंद लेते रहे 

-विधायक रुद्रप्रयाग और केदारनाथ के बीच गरमागरम बहस

-क्षेत्र पंचायत बैठक में नये पंचायत एक्ट पर निंदा प्रस्ताव पारित 

-अंतिम बैठक में सदस्यों ने किये अपने अनुभव साझा, एक घण्टे देर से शुरू हुई बैठक 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

रुद्रप्रयाग । क्षेत्र पंचायत मन्दाकिनी की अन्तिम बैठक में आज एक बार लगा कि यह विधानसभा का सदन है जब रुदप्रयाग विधायक भरत चौधरी एवं केदारनाथ विधायक मनोज रावत के बीच नये पंचायती राज एक्ट पर गरमागरम बहस होने लगी। आरोप प्रत्यारोप के बीच एक ओर केदारनाथ विधायक पंचायती राज अधिनियम में हुये संशोधन बिल पर सरकार को घेरते दिखे, जबकि रुद्रप्रयाग विधायक सरकार का बचाव करते रहे। इस दौरान सदन में उपस्थित सदस्य तालियां बजाकर क्षेत्र पंचायत सदन में विधानसभा का आनंद लेते रहे। 

ब्लाॅक सभागर में जैसे ही ब्लाॅक प्रमुख जगमोहन रौथाण ने कार्यवाही शुरू करने की घोषणा की वैसे ही क्षेत्र पंचायत सदस्य योगम्बर नेगी ने विधानसभा में पारित पंचायती राज अधिनियम में पंचायत चुनाव में प्रत्याशी के दो बच्चों से अधिक होने पर अयोग्य होने के फैसले का विरोध किया। जिसके बाद सदन में एक के बाद एक सदस्य इसका समर्थन करने लगा तथा ध्वनिमत से इस प्रस्ताव को सदन में पारित किया गया। इसी दौरान रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी ने इस पर सरकार का पक्ष रखना चाहा, लेकिन मौका पाते ही केदारनाथ विधायक ने कहा कि सरकार ने आनन फानन में सत्र के अंतिम दिन इस विधेयक को हंमामें के बीच पारित किया, जबकि इसमें दर्जनों गलतियां हैं। जिसके बाद दोनों विधायको में बहस बढ़ गयी।

विधायक भरत चौधरी ने कहा कि यदि जनता न चाहे तो दुनिया की कोई भी सरकार किसी भी नियम को लागू नहीं कर सकती है। विधासभा में जब विधेयक लाया गया उस समय सदन में काग्रेस के भी 11 विधायक उपस्थित थे, लेकिन किसी ने भी प्रश्न नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं नही चाहता हूॅ कि केवल त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में इसे लागू किया जाय। बल्कि यदि यहां लागू है तो इसे लोक सभा व विधानसभा में भी लागू किये जाने की मांग की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार जो फैसले हमें गलत लगते हैं उनके परिणाम दूरगामी होते हैं।

हीं विधायक मनोज रावत ने कहा कि लोकत्रंत के सबसे छोटे व महत्वपूर्ण सदन से निकले इस प्रस्ताव पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने हाल ही में लागू स्थानान्तरण नीति व पंचायत राज पर सरकार द्वारा जल्द ही अध्यादेश लाने की बात पर भी सरकार को घेरा। जिसके बाद ब्लाॅक प्रमुख द्वारा सभी से केवल क्षेत्र की समस्याओं पर अपनी बात रखने के आग्रह के बाद ही सदन की कार्यवाही आगे चल पायी।   

  • पंचायत एक्ट पर क्षेत्र पंचायत मंदाकिनी अगस्त्यमुनि में निन्दा प्रस्ताव पास

वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र पंचायत मंदाकिनी अगस्त्यमुनि की बैठक में नये पंचायत एक्ट पर निन्दा प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें पंचायत चुनाव लड़ने के लिए दो बच्चों एवं हाईस्कूल पास होने की बाध्यता है। इसके साथ ही विकास खण्ड के वृहद क्षेत्र को देखते हुए इसके दो भाग कर पृथक विकास खण्ड बनाये जाने के पूर्व प्रस्ताव को फिर से पारित किया गया। इस अन्तिम बैठक में सदन को सभी सदस्यों ने अपने अनुभव साझा करने का मंच बनाया। 

क्षेत्र पंचायत की अन्तिम बैठक प्रमुख जगमोहन रौथाण की अध्यक्षता में लगभग एक घण्टे देर से प्रारम्भ हुई। खण्ड विकास अधिकारी सीपी सेमवाल ने पिछली बैठक की कार्यवाही पढ़नी शुरू की तो सदस्यों ने इसे पढ़ा हुआ मानकर आगे की कार्यवाही प्रारम्भ करने को कहा। ज्येष्ठ प्रमुख प्रबल नेगी ने इस अन्तिम बैठक को अपने पांच वर्ष के अनुभवों को साझा करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदस्यों ने इसके साथ समस्याओं के समाधान के लिए विभागों की चर्चा के साथ स्वीकार कर लिया।

  • दो बच्चों एवं शैक्षिक योग्यता वाले प्रावधान का विरोध :डॉ. नेगी 

क्षेपंस डाॅ. योगम्बर नेगी ने राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में पारित नये पंचायत एक्ट में दो बच्चों एवं शैक्षिक योग्यता वाले प्रावधान का विरोध कर इसके खिलाफ निन्दा प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनि मत से पास किया।

  • एक्ट पर निन्दा के साथ पुनर्विचार करने का प्रस्ताव : रघुवीर लाल 

कणसिली प्रधान रघुवीर लाल ने इस एक्ट पर निन्दा के साथ पुनर्विचार करने का प्रस्ताव रखा। इस पर सदन में कुछ देर तक इस पर काफी गरमागरम बहस भी चली, जिसमें दोनों विधायक भी शामिल रहे।

  • एकीकृत आजीविका मिशन कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप: नेगी 

जयकण्डी के प्रधान बृजमोहन नेगी ने एकीकृत आजीविका मिशन द्वारा किए गये कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान को दरकिनार करते हुए गांव में योजनाओं का निर्माण किया जाता है। कई प्रधानों का इसका समर्थन किया। इसके अतिरिक्त छुट पुट समस्याओं पर चर्चा के साथ सदस्यों ने अपने अनुभव साझा किए। सभी ने एक स्वर से क्षेपं के इस कार्यकाल को सर्वोत्तम बताया।

  • योजनाओं में लाभार्थी के लिए नैतिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान: भरत 

प्रमुख श्री रौथाण ने सभी सदस्यों एवं अधिकारियों द्वारा इन पांच वर्षों में दिए गये समर्थन के लिए सभी का आभार जताया। उन्होंने दोनों विधायकों एवं जिलाधिकारी का भी आभार व्यक्त करते हुए मांग की कि माह जुलाई में नये विकासखण्ड कार्यालय का शिलान्यास भी कर दिया जाय, जिसके लिए धन स्वीकृत हो चुका है। रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी ने सभी जनप्रतिनिधियों को राज्य एवं केन्द्र की योजनाओं में लाभार्थी चुनने के लिए नैतिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया।

  • सार्वजनिक जीवन में सुचिता से कार्य करने की नसीहत : मनोज रावत 

केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने सदस्यों को सार्वजनिक जीवन में सुचिता से कार्य करने की नसीहत देते हुए कहा कि इसकी शुरूआत भी उन्हें स्वयं से करनी चाहिए। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि क्षेपं की बैठक शासन प्रशासन के लिए आयना का कार्य करती है। लोक कल्याण के लिए कभी कभी कठोर निर्णय भी लेने पड़ते हैं।

  • जल संवर्द्धन के लिए जन सहयोग से हों कार्य : सीडीओ 

सीडीओ मोहन नेगी ने सभी से जल संवर्द्धन के लिए जन सहयोग से कार्य करने को कहा।  बैठक से पूर्व रुद्रप्रयाग विधायक भरत चैधरी एवं केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने 16 लाख 45 हजार रूपये की लागत से सजे ब्लाॅक सभागार का लोकार्पण किया।

सभागार की साज सज्जा के लिए दोनों विधायकों ने पांच-पांच लाख रूपये की निधि दी। शेष राशि क्षेपं निधि से खर्च की गई। बैठक में सीएमओ डाॅ एसके झा, प्रधान संगठन की अध्यक्षा राजेश्वरी थपलियाल, जिपंस सुलोचना देवी, क्षेपंस माधुरी नेगी, प्रधान प्रदीप मलासी, महावीर नेगी, राजेन्द्र नेगी, शकुन्तला गुसाईं सहित समस्त जिलास्तरीय अधिकारी थे।