कश्मीरी छात्रों के अभद्र मैसेज वायरल होने पर दून में आक्रोश 

0
498
  • गायब हुआ आरोपित छात्र 
देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून । दून में रहकर पढ़ रहे कश्मीरी छात्र कैशर राशिद और सयैद मुसैल ने पुलवामा हमले में शहीद हुए 42 जवानों के लिए जो भी लिखा उसके बाद राजधानी देहरादून में आक्रोश है। पुलवामा हमले के बाद कैशर ने यह मैसेज व्हाट्स पर वायरल किया था। मामला बढ़ता देख कैशन ने अपने मैसेज को लेकर सोशल मीडिया पर माफी मांगी। कैसर को संस्थान ने निलंबित कर दिया गया।
 एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना कि मामला उनके संज्ञान में है। जांच की जा रही है। वहीं देहरादून में ही पढ़ रहे एक और कश्मीरी छात्र सयैद मुसैल ने फेसबुक पर भारतीय सेना के लिए शर्मनाक टिप्पणी की है। इस छात्र को भी संस्थान से निलंबित कर दिया गया है। सयैद मुसैल के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। पूरे देश में पुलवामा आतंकी हमले के बाद शोक और गुस्सा है। इसी बीच देहरादून के एक संस्थान में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र कैशर राशिद द्वारा इस प्रकार की शर्मनाक टिप्पणी की गई है। उसके द्वारा भेजे गए व्हाट्सअप मैसेज के लिए संस्थान ने उसे निलंबित कर दिया गया है। संस्थान के बाहर प्रदर्शन को दौर शुरू हो चुका है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह पोस्ट करने वाले छात्र पर विधिक कार्रवाई होगी। फिलहाल छात्र राज्य से बाहर है। जानकारी के मुताबिक देहरादून के एक संस्थान से पढ़ाई करने के बाद उक्त कश्मीरी छात्र ने अपना एक व्हाट्सअप मैसेज वायरल कर दिया। संस्थान में पुलिस तैनात की गई है। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में खासी झड़प भी हुई। यह मैसेज पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद वायरल हुआ। जिसमें छात्र ने लिखा था आज तो रियल PUBJI  हो गया। जो आग की तरह वायरल हो गया। संस्थान प्रबंधन को इस बात की खबर लगी तो उक्त छात्र को निलंबित कर दिया गया। जिसके बाद गुस्साए छात्रों और अन्य संगठनों ने उक्त संस्थान के बाहर प्रदर्शन किया।
मामले की संवेदनशीलता देखते हुए मौके पर पीएसी और भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। हिंदूवादी संगठन और एबीवीपी कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे और नारेबाजी की। संगठन कश्मीरी छात्र को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। इस मामले में एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद ही एक्शन लिया जाएगा। वहीं इस मामले के बढ़ने के बाद उक्त छात्र ने अपने मैसेज के लिए माफी मांगी।
सोशल मीडिया पर देशविरोधी टिप्पणी करने के बाद जब उस पर लोगों के नाराजगी भरे कमेंट आने लगे तो कैशर राशिद भूमिगत हो गया। एसओ प्रेमनगर नरेंद्र गहलावत ने बताया कि छात्र को गुरुवार शाम से ही नहीं देखा गया है। वह हॉस्टल के जिस कमरे में रहता था, वहां ताला लगा हुआ है। उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
Previous articleरफालः शक अब भी बाकी है !
Next articleपुलवामा के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि के बाद बजट सत्र स्‍थगित
तीन दशक तक विभिन्न संस्थानों में पत्रकारिता के बाद मई, 2012 में ''देवभूमि मीडिया'' के अस्तित्व में आने की मुख्य वजह पत्रकारिता को बचाए रखना है .जो पाठक पत्रकारिता बचाए रखना चाहते हैं, सच तक पहुंचना चाहते हैं, चाहते हैं कि खबर को साफगोई से पेश किया जाए न कि किसी के फायदे को देखकर तो वे इसके लिए सामने आएं और ऐसे संस्थानों को चलाने में मदद करें। एक संस्थान के रूप में ‘ देवभूमि मीडिया’ जनहित और लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुसार चलने के लिए प्रतिबद्ध है। खबरों के विश्लेषण और उन पर टिप्पणी देने के अलावा हमारा उद्देश्य रिपोर्टिंग के पारंपरिक स्वरूप को बचाए रखने का भी है। जैसे-जैसे हमारे संसाधन बढ़ेंगे, हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। हमारी पाठकों से बस इतनी गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के सुझाव अवश्य दें। आप अपना सुझाव हमें हमारे ई-मेल devbhumi.media@gmail.com अथवा हमारे WhatsApp नंबर +919719175755 पर भेज सकते हैं। हम आपके आभारी रहेंगे