73वें स्वतंत्रता दिवस पर राज्‍यपाल और मुख्‍यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को बधाई

सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वीर शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर

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वीर शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का है यह अवसर

”सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास” से होगा नए भारत का निर्माण 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून ।  73वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है। राजभवन उत्तराखंड से जारी अपने संदेश में राज्‍यपाल ने  कहा है कि 15 अगस्त का दिन भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वीर शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। इस अवसर पर राज्यपाल ने इस दौरान सीमा पर शहीद हुए वीर सैनिकों तथा उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों को भी नमन किया है।

वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संदेश में स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों, देश रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सेना के जवानों व उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के अमर शहीदों को नमन करते हुए  अपने सन्देश में कहा है कि ”सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास”  से हमें नए भारत का निर्माण करना है। 

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने संदेश में कहा कि स्वतंत्र भारत के 72 वर्षों में देश ने विभिन्न क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। आज भारत वर्ष विश्व की सर्वश्रेष्ठ सैन्य, वैज्ञानिक और आर्थिक महाशक्तियों में से एक है। राज्यपाल ने उत्तराखंड वासियों का आह्वाह्न किया है कि वे भारत के विकास में अपना शत प्रतिशत योगदान दें। उत्तराखंड विकास के कई सूचकांकों में भारत के शीर्षस्थ राज्यों में से एक है। उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए यहां के पर्वतीय क्षेत्रों के चहुँमुखी विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की मजबूती से आर्थिक विकास जुड़ा हुआ है और इसके द्वारा दूरस्थ पर्वतीय गाँवों की तस्वीर और तकदीर में सुखद बदलाव लाया जा सकता है।

राजयपाल ने कहा उत्तराखंड राज्य अपनी स्कूली शिक्षा के लिए जाना जाता रहा है। उत्तराखंड की उच्च शिक्षा को भी उसी स्तर तक पहुंचाने की जरूरत है। राज्य के विश्वविद्यालयों को मौलिक विश्व स्तरीय शोध के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रमों को रोजगारपरक बनाना भी आवश्यक है इसलिए यूनिवर्सिटी और इंडस्ट्री के मध्य संवाद को भी प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है।

राज्यपाल मौर्या ने कहा है कि आइए! इस महान राष्ट्रीय पर्व का जश्न इस संकल्प के साथ मनाएं कि हम सब एक ऐसी निष्पक्ष सामाजिक व्यवस्था के निर्माण में सहयोग करें, जिसमें समाज के सभी वर्गों को विकास का समान अवसर मिल सके। हमें अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने से पहले देश, राज्य और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी समझना और निभाना होगा। हमारा यही प्रयास, स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारियों और शहीदों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड को सैन्यधाम की संज्ञा दी है। हमारी सरकार शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में समायोजित कर रही है। देश के बहुत से राज्य बाढ़ की दुश्वारियों से जूझ रहे हैं, हम उनके कष्ट व पीड़ा को समझ सकते हैं। मुश्किल की इस घड़ी में हम उनके साथ हैं। प्रदेश में भी आपदा से जन-धन की हानि हुई है। प्रभावितों को हर सम्भव मदद पहुंचाई जा रही है।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर देश में विशेष उत्साह व उल्लास का वातावरण है। हमारे जम्मू-कश्मीर के भाई बहनों को अनुच्‍छेद 370 से आजादी मिली है। प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इसके लिए बधाई देते हुए सीएम ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर के लोग मुख्य धारा में शामिल होकर विकास की नई इबारत लिख सकेंगे। एक देश, एक विधान व एक निशान का संकल्प साकार हुआ है। चंद्रयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि छह सितम्बर का दिन ऐतिहासिक होगा, जब भारत का चंद्रयान चंद्रमा पर उतरेगा। हम सभी इसके साक्षी बनेंगे। 

सीएम ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कानून लाने जा रही है। भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल और अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह अधिकारियों व कार्मिकों को चिन्हित कर अनिवार्यतः सेवानिवृत्ति दी जाएगी। हमने सरकारी विभागों में आउटकम आधारित डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए सीएम डैशबोर्ड ‘उत्कर्ष’ बनाया है। आम जन को अपनी शिकायत या समस्या के निस्तारण के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए सीएम हेल्पलाईन 1905 पर शिकायत दर्ज की जा सकती है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए स्कूलों को स्मार्ट बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में डाक्टरों की तैनाती पर्वतीय क्षेत्रों में की है। वर्तमान में 2045 चिकित्सक तैनात किए गए हैं जबकि पूर्व में केवल 1081 थे। इसके अलावा 159 दंतचिकित्सकों की नियुक्ति भी की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2018-19 में 1,98,738 रुपये है, जो देश की औसत प्रति व्यक्ति आय से 72,332 रुपये अधिक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए मिट्टी से बाजार तक की रणनीति पर काम किया जा रहा है। भारत सरकार के सहयोग से 3340 करोड़ की समेकित सहकारी विकास परियोजना प्रारम्भ की गई है। इससे लगभग 55 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि घर-घर तक बिजली पहुंचाने के लिए सौभाग्य योजना के तहत शत प्रतिशत विद्युतिकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी  ने जल शक्ति अभियान में केंद्र सरकार के सहयोग से ‘हर घर जल’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण करते हुए इसे पहले से भी अधिक भव्यता प्रदान की गई है। बद्रीनाथ धाम के लिए भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। इस बार चारधाम व हेमकुण्ड साहिब के दर्शनों के लिए रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु आए हैं।