सरकार का प्रयास प्रत्येक नागरिक को मिले सुरक्षा कवच : सीएम

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देहरादून । चकराता में जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य ने अपनी 16वर्ष की यात्रा में सहकारिता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। राज्य की वार्षिक विकास दर राष्ट्रीय विकास दर से लगभग डेढ गुनी है। औद्योगिक विकास दर 16 प्रतिशत व सेवा क्षेत्र में 12 व कृषि विकास दर 5.5 प्रतिशत बनी हुई है। राज्य की प्रतिव्यक्ति आय एवं औसत आय तेजी से आगे बढ़ रही है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड समावेशी विकास के रास्ते पर कदम आगे बढ़ा रहा है। उत्तराखण्ड सर्वाधिक प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने वाला पहला राज्य है। उन्होनें कहा कि 2014 में पेंशन लाभार्थियों की संख्या मात्र 01 लाख 74 हजार थी, जो अब बढ़कर 07 लाख 25 हजार हो गयी है। पेंशन की धनराशि को 400 रूपये से बढ़ाकर 1000 कर दी गयी है। विधवा, वृद्धावस्था एवं विकलांग पेंशन के अलावा अब अक्षम व परितक्वता नारी, विक्षिप्त व्यक्ति की पत्नी, बौना पेंशन, जन्म से विकलांग बच्चों को पोषण भत्ता दिया जा रहा है। साथ ही किसान, पुरोहित, कलाकार, शिल्पकार, पत्रकार, निर्माणकर्मी के साथ ही जंगरिया, डंगरिया को भी पेंशन प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही सरकार प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। खिलती कलियां योजना, बच्चों के कुपोषण उन्मूलन योजना भी सरकार द्वारा संचालित की जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सडक से वंचित गांव को सडक से जोडने के लिए मेरा गांव मेरी सडक, प्रधानमंत्री सडक योजना के अन्तर्गत 1425 करोड से 77 किमी सडक निर्मित कर 227 गांव को पहली बार सडक से जोडा जा रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में सरकार 1000 किमी नई सड़कों का कार्य प्रारम्भ किया गया है। साथ ही सामुहिक खेती के लिए महिला मंगल दलों एवं समुहों को 01 लाख की धनराशि प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जा रही है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड पहला राज्य है जिसमें किसानों को पेंशन दी जा रही है। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में स्थानीय व परम्परागत खेती को प्रोत्साहन देने के लिए फसलों पर बोनस दिया जा रहा है। उन्होनें कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देेने के साथ ही फल पौधशालाओं की स्थापना की जा रही है। बेमौसमी सब्जी को बढ़ावा देते हुए पर्वतीय क्षेत्रों में उत्पादित स्थानीय एवं परम्परागत फसलो का समर्थन मूल्य भी दिया जा रहा है।

विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा इस राज्य को खुशहाल राज्य बनाने के लिए हम आपके साथ है। हमे मिलजुल कर इस राज्य को प्रगति के रास्ते पर ले जाना है। उन्होने कहा हमने उत्तराखण्ड मे बदलाव लाने की कोशिश की है जिसमे सबसे बाकी हित गरीबो का रखा गया है। उन्होने कहा कि महिला शसक्तिकरण को बढावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे है। महिला स्वयं सहायता समूहो को सुदृण करने के लिए सभी समूहो को 05 हजार रूपया दिया जा रहा है। उन्होने कहा जो स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे है, उन्हे 20 हजार रूपये का अनुदान व सामूहिक खेती करने वाले समूहो को 01 लाख का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होने कहा जो महिला अपने खेतो मे भी काम करेगी उसे मनरेगा से मानदेय दिया जायेगा। उन्होने कहा प्रदेश सरकार द्वारा 16 हजार पदो को भर दिया गया है दिसम्बर माह के अंत तक सभी आरक्षित पदो पर भी भर्ती कर दी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्ष 2014 में हताश उत्तराखंड था। चारधाम यात्रा को कुछ वर्षों के लिए टाल देने की बात कही जा रही थी। यह उत्तराखण्ड वासियों की संकल्पशक्ती का ही परिणाम है कि इस वर्ष 15 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए।उन्होने कहा कि प्रीतम सिंह के नेतृत्व में जौनसार का बहुत विकास हुआ है। कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह ने कहा कि जौनसार को अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने से यहां के लोगों को बहुत लाभ हुआ है। राज्य सरकार गरीबों के साथ है। विकास का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए बहुत सी योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने बताया कि क्वॉसी (चकराता) में डिग्री कालेज का शासनादेश भी हो गया है।