देहरादून। राजभवन में आयोजित होने वाले ”वसन्तोत्सव-2017” की शुरूआत राज्यपाल ने राजभवन परिसर में पौधारोपण कर की। राजभवन सचिवालय के सभा कक्ष में मीडिया को सम्बोधित करते हुुए राज्यपाल ने कहा कि ‘पुष्प प्रदर्शनी” का उद्देश्य केवल पुष्पों का प्रदर्शन नहीं बल्कि फूलों द्वारा किस प्रकार आर्थिक लाभ कमाया जा सकता है यह जागरूकता फैलाना है।
इस वर्ष आयोजित होने वाले ‘वसन्तोत्सव’ में, राजभवन उद्यान शाखा व उत्तरखण्ड उद्यान विभाग के प्रयासों से राजभवन में लगाये गये वभिन्न प्रकार के फूलों के साथ-साथ वर्टिकल गार्डन, हर्बल गार्डन, एरोमैटिक गार्डन, स्पाइस गार्डन मशरूम व ताजे पुष्प, रंगोली, हैंगिंग पॉट्स, स्कूल चिल्ड्रन पेंटिंग प्रतियोगिता, कट फ्लावर, लूज फ्लावर प्रबंधन, फूलों के पॉटेड प्लान्ट्स आदि विशेष आकर्षण होंगे। उन्होंने कहा कि राजभवन में आयोजित होने वाले वसंतोत्सव का उद्देश्य मुख्य रूप से प्रदेश की जनता को फूलों की पैदावार द्वारा आर्थिक प्रगति तथा दैनिक प्रयोग में आने वाली हरी सब्जी व मसालों को कम लागत व कम से कम स्थान में किस प्रकार उगाया जा सकता है इसके प्रति जागरूक व प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि आज बाजारों में मिलनेेे वाले अधिकांश फल, सब्जी व मसालों में कैमिल की मिलावट होती है जिनसे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। यह आयोजन हर किसी को अपने घरों में बनी छोटी क्यारियों व दीवारों के सहारे शुद्व फल व सब्जियों को उगाने के लिए प्रेरित करेगा।
वहीं जिनके पास पर्यान्त जगह हो वह इसे आजीविका से भी जोड़ सकते है। 04 मार्च को राज्यपाल द्वारा डाक तार विभाग का टिकट जारी किया जायेगा जिस पर उत्तराखण्ड की विशेष प्रजाति की ‘बद्री तुलसी’ के चित्र को दर्शाया जायेगा। प्रदर्शनी के माध्यम से काश्तकारों, आम नागरिकों को पुष्पोत्पादन की नई तकनीक तथा व्यावसायिक दृष्टि से लाभकारी प्रजाति के पुष्पों की जानकारी भी दी जायेगी। राज्यपाल की पहल पर विगत दो वर्षों से वसन्तोत्सव का अभिन्न अंग बन चुके ‘डाक टिकट संग्रह प्रदर्शनी’ में इस वर्ष एक और आयाम जोड़ा गया है। जिसके तहत डाक टिकट संग्रह के शौकीन स्कूली बच्चों के संग्रह की प्रतियोगिता भी रखी गई है। 25 स्कूली बच्चों द्वारा अपना डाक टिकट संग्रह प्रदर्शित किया जा रहा है। निर्णायक मंडल द्वारा चयनित तीन श्रेष्ठ संग्रहकर्ता विद्यार्थियों को क्रमश: प्रथम स्थान प्रान्तकर्ता को 05 हजार रूपये, द्वितीय स्थान प्रान्तकर्ता को 03 हजार रूपये तथा तृतीय स्थान पर न्रान्तकर्ता को 02हजार रूपये की नकद धनराशि देकर राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जायेगा।
राज्यपाल ने बताया कि प्रदर्शनी को आम जनता के बीच लोकप्रिय, आकर्षक, सार्थक व बहुआयामी बनाने के प्रयासों के क्रम में उद्यान विभाग, कृषि विभाग, वन अनुसंधान संस्थान देहरादून, जड़ी-बूटी पौध एवं विकास संस्थान गोपेश्वर सहित प्रथम बार टीएचडीसी, एनएचपीसी एव व्यवसायिक बैंको को भी प्रतिभाग हेतु आमंत्रित किया गया है। जिनके द्वारा किसानों हेतु संचालित कार्यक्रमों, नीतियों के सम्बंध में व्यापक जानकारी दिये जाने कि लिए स्टाल लगाये जायेंगे। बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता में राजकीय बाल गृहों के बच्चों द्वारा भी प्रतिभाग किया जायेगा। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के सहयोग से योगाभ्यास के प्रदर्शन के आयोजन के माध्यम से योग के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा। आई$टी$बी$पी द्वारा जूडो-कराटें का प्रदर्शन, आई$टी$बी$पी द्वारा आपदा एवं उसके बचाव हेतु विभिन्न प्रबन्धन तकनीकि की जानकारी प्रदान करने हेतु एवं उपयोग में लाये जाने वाले यत्रों के प्रदर्शन हेतु स्टॉल लगाया जायेगा।
राज्यपाल ने बताया कि अधिक से अधिक जनमानस की बसन्तोत्सव में प्रतिभागिता सुनिचित करने के लिए देहरादून के मल्टीप्लैक्स व सिनेमा घरों में पांच मिनट की डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रर्दशन जिला प्रशासन देहरादून के माध्यम से किया गया है। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य गठन के समय मात्र 150 हैक्टेयर में फूलों की खेती होती थी, जो अब 1400 हैक्टेयर तक विस्तृत हो चुकी है। इस अवसर पर शहरी विकास सचिव आर$मीनाक्षी सुन्दरम व उद्यान विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।