चेन्नई : बीते 6 दशकों से राजनीति के केंद्र बिंदु रहे और पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे द्रविड़ मुनेत्र कणगम (डीएमके)के 94 वर्षीय करुणानिधि ने मंगलवार शाम शाम 6:10 बजे चेन्नई के कावेरी अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्हें 28 जुलाई को ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था। पिछले दस दिन से डाक्टरों के लिए उनके महत्वपूर्ण अंगों की कार्यक्षमता को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा था। उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने को लेकर अस्पताल द्वारा जारी बयान के बाद बड़ी संख्या में पार्टी समर्थक अस्पताल के बाहर एकत्र हो गए । यहाँ अस्पताल के बाहर बहुतों को रोते हुए भी देखा गया। उनके निधन पर देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
इससे पहले डीएमके कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन और उनके बड़े भाई अलागिरी ने तमिलनाडु के सीएम पलानीस्वामी से मुलाकात की। राजधानी चेन्नई में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। राजारथिनम स्टेडियम में सुरक्षा बल के 500 और तमिलनाडु स्पेशल फोर्स के 700 जवानों को तैनात किया गया है।
सात दिन का शोक
तमिलनाडु सरकार ने करुणानिधि के निधन पर राज्य में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। राज्य के गृह सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया है। करुणानिधि के अंतिम संस्कार के मद्देनजर बुधवार को राज्य में अवकाश घोषित किया गया है। पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी ने भी बुधवार को छुट्टी के साथ तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
प्रधानमंत्री चेन्नई जाएंगे
करुणानिधि की तबीयत खराब होने की सूचना के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चेन्नई रवाना हो गई थीं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर बताया कि वह बुधवार को चेन्नई जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी बुधवार को चेन्नई जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि मोदी सुबह चेन्नई के लिए रवाना होंगे और शाम को वापस दिल्ली लौट आएंगे। माना जा रहा है कि इसकी वजह से बुधवार को 1 बजे केंद्रीय कैबिनेट की होने वाली बैठक भी स्थगित कर दी गई है। बता दें कि करुणानिधि के अस्पताल में भर्ती होने के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू सहित तमाम नेता गए थे।
अनहोनी की आशंका से थम गई चेन्नई
करुणानिधि के साथ अनहोनी की आशंका भर से पूरी चेन्नई लगभग थम गई। निजी और सरकारी कार्यालयों में समय पूर्व घर जाने को कहा गया। चेन्नई में विभिन्न कारोबारी संगठनों ने शाम 6 बजे ही दुकाने बंद करने का फैसला किया। राज्य परिवहन की लंबी दूरी की बसे स्थगित कर दी गई। तमिल फिल्म इंडस्ट्री ने भी मंगलवार और बुधवार को शूटिंग रद्द करने का फैसला किया। अचानक हुए घटनाक्रम का असर यह हुआ कि चेन्नई की कई सड़कों पर जाम जैसे हालात देखने को मिले।