लापता व्यापारी और उसके बेटे की सेंट्रो कार में मिली सर कटी लाश
पिता पुत्र के मर्डर से मची सनसनी, 12 घंटे के भीतर खुलासा
दो आरोपी अभी भी फरार
देहरादून। कोतवाली डोइवाला क्षेत्रांतर्गत कुंआवाला के समीप जंगल किनारे एक कार में दो शव मिलने की सूचना ने पुलिस में हडक़ंप मचा दिया। देर रात ही सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। थाना पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसएसपी स्वीटी अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस की छह टीमों और एसओजी को मामले के खुलासे के लिए लगाया गया। मोबाइल सर्विलांस व मृतक की पत्नी के बयानों के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बारह घंटे के भीतर डबल मर्डर प्रकरण का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दो आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।
पुलिस के अनुसार देर रात करीब दो बजे पुलिस को सूचना मिली की कि कुंआवाला के पास एक सेंट्रो कार लावारिश हालत में खड़ी है। पहुंची पुलिस ने कार की तलाशी ली तो चादर में लिपटे दो शव बरामद किए। पुलिस ने शव की शिनाख्त राजेश राणा और उनके पिता प्रेम सिंह राणा निवासी तपोवन रोड रायपुर के रूप में की। पुलिस के अनुसार राजेश की पत्नी दीपिका ने शनिवार देर रात रायपुर थाने जाकर सूचना दी थी कि उनके पति व ससुर दिन में बुलंदशहर के लिए निकले थे, लेकिन वे बुलंदशहर नहीं पहुंचे। रायपुर पुलिस उनकी लोकेशन ट्रेस करा रही थी, और देर रात उनके शव डोईवाला में मिले। बताया जा रहा है कि बुलंदशहर में जमीन से संबंधित कोई डील होनी थी जिसके बारे में पुलिस राजेश राणा की पत्नी दीपिका के बयानों में विरोधाभास प्रतीत हुआ।
इधर पुलिस को जानकारी हुई कि हरियाणा मूल का योगेश अरोड़ा पुत्र सुभाष चंद्र जो कि हाल में गोविंद्गढ़ में रह रहा है, पूर्व में राजेश राणा के घर के समीप किराए का कमरा लेकर रह चुका है। इस दौरान योगेश और दीपिका में नजदीकियां बढऩे लगी थी। दोनों में प्रेम संबंध स्थापित हो गया और दीपिका जब भी घर पर अकेली होती, योगेश उससे मिलने आता था। इस जानकारी के बाद पुलिस ने दीपिका से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की।
पुलिस का दावा कि दीपिका ने कबूला कि उसने प्रेमी योगेश अरोड़ा और उसके दो साथियों के साथ मिलकर पति राजेश राणा को रास्ते से हटाने की साजिश रची। पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार 4 मार्च की तडक़े योगेश व उसे दोस्तों ने दीपिका के सहयोग से कमरे में प्रवेश किया। योगेश और उसके मित्रों ने नायलॉन की रस्सी से राजेश राणा और उसे पिता प्रेम सिंह राणा का गला दबाया। अचैत होने के बाद राजेश और प्रेम सिंह राणा के गले पर चाकूओं से ताबड़तोड़ प्रहार किए गए, जिससे उनके बचने की संभावना खत्म हो जाए। पिता पुत्र को मौत के घाट उतारने के बाद सभी ने मिलकर खून से सने कपड़े, हाथापाई के दौरान टूटे कांच आदि को समेटा। बाद में दोनों शव कार में रखकर योगेश व उसके मित्र कार को लाडपुर रोड होते हुए हरिद्वार रोड तक पहुंचे।
कुंआवाला के समीप कार रोककर तीनों ने पेट्रोल छिडक़कर शवों समेत कार में आग लगाने की कोशिश भी की। पुलिस ने दीपिका के बयानों के आधार पर उसे पति राजेश राणा की हत्या में लिप्त पाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। जबकि गोविंद्गढ़ के मकान से योगेश को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। योगेश के कब्जे से खून से सना चाकू, कपड़ा और राजेश राणा का मोबाइल बरामद हुआ है। इस बाबत राजेश राणा की बहन गीता पुंडीर की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस टीम के लिए एसएसपी की ओर से ढाई हजार के ईनाम की घोषणा की गई है।