गहरी नफरत के चलते दागी गई थीं समर जहाँ पर पांच गोलियां

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  • हत्या में प्रयुक्त कार का पुलिस को चला पता
  • हत्या की सूचना से समर के घर में मातम
  • पुलिस के हाथ लगें कई सुराग, जल्द खुलासे का दावा

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून: समर जहां उर्फ रेहाना पर नजदीक से पांच गोलियां दागी गई थीं। इसमें से तीन उसे लगी थीं, एक तो उसके शरीर को भेद कर पार हो गई थी। मौका-ए-वारदात से मिले पांच खोखों ने इस तरफ भी इशारा कर दिया कि किसी को समर से गहरी नफरत थी। इस नफरत की वजह समर की पिछली जिंदगी से जुड़ी हो सकती है, जिसका पता लगाने के लिए पुलिस टीम मुजफ्फरनगर और रुड़की रवाना कर दी गई है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि हमलावर की कार की पहचान के साथ उसके आने और भागने के रूट का भी पता चल गया है। हत्या का कारण अवैध संबंध भी हो सकता है। मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

वहीं एसपी सिटी श्वेता चौबे के मुताबिक पुलिस 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पुछताछ कर चुकी है। आस पास के सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया है। बताया है कि कार की स्पीड तेज होने की वजह से कार को पहचानने में कुछ दिक्कतें आई। संभावना जताई जा रही है कि हत्या की घटना को अंजाम देकर बदमाश थानों रोड से फरार हुआ होगा।

गौरतलब हो कि मंगलवार रात को सहस्त्रधारा रोड स्थित पैसिफिक गोल्फ सिटी के पास समर जहां उर्फ रेहाना (23) को कार सवार हमलावर ने गोलियों से भून दिया था। तीन गोलियां लगने के बाद भी समर पांच सौ मीटर तक भागती रही और अपने बुटीक के पास आकर गिर पड़ी। वारदात के समय राकेश गुप्ता और उसका बेटा कार्तिक बुटीक के पास स्थित माउंट ग्रिल रेस्टोरेंट में बैठे थे। चीख-पुकार सुन दोनों बाहर आए तो समर को खून से लथपथ देख उनके होश उड़ गए। दोनों उसे कार में मैक्स अस्पताल को निकले, लेकिन समर ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बुधवार को समर के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जिसमें पता चला कि उसे तीन गोलियां लगी थीं, जिसमें से एक शरीर को भेद कर पार हो गई थी। वहीं पांच गोली चलने की पुष्टि मौके से मिले खोखों से हुई है।

रुड़की से भी जुड़ सकते हैं हत्या के तार!

मुजफ्फरनगर छोड़ने के बाद समर करीब आठ-नौ महीने रुड़की में भी रही। यहां समर अकेले रहती थी और राकेश वहां अक्सर आता-जाता रहता था। आशंका यह भी है कि रुड़की का ही कोई शख्स समर के संपर्क में आ गया था, जिसके बाद दोनों ने देहरादून शिफ्ट होने का प्लान बनाया। रुड़की में समर के किराए के मकान के आसपास रहने वाले लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।

मुजफ्फरनगर से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून में गोलियां बरसाकर हत्या कर दिए जाने की सूचना मिलते ही समरजहां के परिवार में कोहराम छा गया। समरजहां के माता-पिता बुधवार तड़के ही देहरादून के लिए निकल पड़े। हत्या की सूचना पर घर पहुंचे बाकी परिजनों में मातम छा गया। रिश्तेदार भी समरजहां के न्याजूपुरा स्थित मकान पर पहुंचना शुरू हो गए।

शहर कोतवाली क्षेत्र के न्याजूपुरा निवासी रईस अब्बास मूल रूप से जानसठ क्षेत्र के गांव चुड़ियाला के निवासी हैं। रईस अब्बास एक दशक पूर्व ही गांव से शहर में आकर बस गए थे और विवाह-शादी आदि में डेकोरेशन का काम करते थे। मध्यम दर्जे के माली हालात वाले रईस अब्बास के चार बेटियां एवं दो बेटे हुए। उन्होंने अपनी दो बेटियों की शादी गाजियाबाद जनपद के गांव छोलस में की थी। दूसरे नंबर की बेटी समरजहां उर्फ रेहाना का निकाह तीन वर्ष पूर्व छोलस निवासी मुमताज से हुआ था, लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों के बीच मनमुटाव हो गया था। जिससे समरजहां न्याजूपुरा स्थित पिता के मकान पर ही रहने लगी थी। पति-पत्नी के बीच खटपट होते रहने के कारण बात तलाक तक पहुंच गई थी, जिसके बाद पिता रईस अब्बास ने दहेज में दिया समरजहां का सामान भी छोलस से वापस मंगा लिया था। हालांकि मुमताज से समरजहां का विधिवत तलाक अभी तक नहीं हो पाया था। परिजनों के मुताबिक समरजहां देहरादून में बुटीक खोल दिया था, जिसके सिलसिले में वह मंगलवार को ही शहर से वहां गई थी। देर रात देहरादून पुलिस से परिजनों को समरजहां को गोली मारे जाने की सूचना मिली तो परिवार में मातम छा गया। रोने-पीटने की आवाज आने लगी। पड़ोसियों को जानकारी हुई तो वे भी हक्का-बक्का रह गए। सुबह होते ही रईस अब्बास पत्नी एवं बड़े बेटे को साथ लेकर देहरादून के लिए रवाना हो गए। बहन की सरेराह हत्या कर दिए जाने की खबर पर गांव छोलस से रईस अब्बास की बड़ी बेटी भी बुधवार दोपहर न्याजूपुरा पहुंच गई।

 

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