देहरादून बना अपराधियों का मुफीद शरणस्थल : पुलिस से धरा दिल्ली का एक लाख का इनामी बदमाश

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पुलिस इंस्पेक्टर और सरपंच की हत्या और अपहरण फिरौती के मामलों में वांछित अनिल पहलवान था एक लाख के इनामी बदमाश

पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के अपराधियों की दून बना सुरक्षित शरणस्थली

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून। उत्तराखंड के तराई के इलाके और राज्य के अस्तित्व में आने के बाद से पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के अपराधियों की सुरक्षित शरणस्थली बन चुकी है। इन इलाकों के अपराधी अपने इलाकों में अपराध करने के बाद यहां अपने को महफूज़ समझते रहे हैं यही कारण है कि कई बार पुलिस की सक्रियता से ऐसे अपराधी पुलिस से बच नहीं पाए और जेल की सलाखों तक पहुँच गए लेकिन अभी भी कई अपराधी यहां आराम से शरण लिए हुए है जिनकी अब पुलिस कुंडली खंगालने में जुटी हुई है। देहरादून पुलिस को ऐसे ही एक अपराधी को पकड़ने में सफलता मिली है जो पुलिस इंस्पेक्टर और सरपंच की हत्या और अपहरण, फिरौती के मामलों में वांछित तो था ही साथ ही एक लाख के इनामी बदमाश भी था। आरोपित के खिलाफ तीन हत्या कई अपहरण और मारपीट के मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस के अनुसार, आरोपित अनिल पहलवान 2018 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर अपने घर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। शातिर गैंगस्टर की तलाश में दिल्ली और हरियाणा की स्पेशल सेल टीमें भी कई दिनों से देहरादून में सक्रिय थी। जिनके द्वारा भी गैंगस्टर की तलाश में छापेमारी की जा रही थी।

मामले में डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि आरोपित पत्नी और बेटी के साथ जाखन स्थित दून विहार में रहता है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर गिरफ्तारी की योजना बनाई। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई दिनों से प्रयासरत थी। यही नहीं पुलिस टीम की ओर से क्षेत्र में गैस सिलेंडर की डिलीवरी और सब्जी की ठेली भी लगाई हुई थी।

पुलिस के अनुसार गुरुवार रात पुलिस ने आरोपित को उस समय दबोच लिया जब वह कार से किराये के कमरे में जा रहा था। पुलिस के अनुसार पुलिस इंस्पेक्टर रामकिशन दहिया और अपने विरोधियों के हत्याकांड समेत अपहरण और तमाम संगीन अपराधों के कुख्यात आरोपी अनिल पहलवान उर्फ गंजा वेटलिफ्टिंग में नेशनल लेवल पर मेडल हासिल कर चुका है। स्टेट लेवल का चैंपियन भी रह चुका है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित अनिल पहलवान बहादुरगढ़ ग्राम लोना माजरा निवासी मोतीलाल नेहरू कॉलेज का छात्र है। इसने पढ़ाई छोड़ कर अपने रिश्ते के भाई बबलू के साथ मिलकर नागल में जिम खोला था। बबलू ने अपनी पत्नी के बॉयफ्रेंड का मर्डर किया था। इसके बाद अनिल भी इसी रास्ते पर चल पड़ा था।