उत्तराखंड में एम्स के हेल्थ वर्कर सहित तीन लोग कोरोना संक्रमित, अब तक 51 हुई संख्या

0
1122

एम्स यूरोलॉजी आईपीडी में कार्यरत सभी स्टाफ मेंबर्स की कोविड-19 स्क्रीनिंग व टेस्टिंग की जा रहीः एम्स प्रशासन

यूरोलॉजी आईपीडी में भर्ती मरीजों के भी सैंपल लिए जा रहे

एम्स प्रशासन इस संपूर्ण आईपीडी ब्लॉक को क्वारान्टाइन कर रहा है

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड में रविवार को कोरोना संक्रमण के तीन नये मामले सामने आए हैं। तीन नये संक्रमित व्यक्तियों में से एक ऋषिकेश एम्स में कार्यरत हेल्थ वर्कर बताया जाता है। अभी तक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित केसों की संख्या 51 हो गई है,जबकि अभी तक 28 लोग ठीक होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। रविवार को मिले कोरोना संक्रमितों में एक ऋषिकेश एम्स का नर्सिंग स्टाफ है, जबकि अन्य दो दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती प्रसूता और उसका पति है
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की विज्ञप्ति के अनुसार, एक हेल्थ केयर वर्कर के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। संस्थान के संकायाध्यक्ष (अस्पताल प्रशासन) प्रो.यूबी मिश्रा ने बताया कि एम्स के यूरोलॉजी विभाग की आईपीडी में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस हेल्थ केयर वर्कर में 24 अप्रैल को इस बीमारी के मामूली लक्षण विकसित हुए हैं, लेकिन उस दिन उसने एम्स की स्क्रीनिंग ओपीडी में रिपोर्ट नहीं की।
अगले दिन 25 अप्रैल को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें बढ़ने पर उसका स्क्रीनिंग ओपीडी में सैंपल लिया गया। जिसके बाद 25 अप्रैल की रात को उसके कोविड 19 पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि इस नर्सिंग स्टाफ के किसी अन्य कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमण होने की आशंका है।
प्रो.मिश्रा ने बताया कि संस्थान ने ऐहतियात के तौर पर यूरोलॉजी आईपीडी में कार्यरत सभी स्टाफ मेंबर्स की कोविड-19 स्क्रीनिंग व टेस्टिंग करनी शुरू कर दी है। सभी कर्मचारियों का सैंपल लिया जा रहा है। साथ ही यूरोलॉजी आईपीडी में भर्ती मरीजों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं। इन मरीजों को कोविड 19 टेस्टिंग रिपोर्ट में नेगेटिव पाए जाने पर ही अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एम्स प्रशासन इस संपूर्ण आईपीडी ब्लॉक को क्वारान्टाइन कर रहा है। फिलहाल इस ब्लॉक में किसी भी नए मरीज को भर्ती नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर प्रशासन के सहयोग से मरीज के आसपास रहने वाले लोगों की भी  जांच की जाएगी।
एम्स प्रशासन के अनुसार अस्पताल में जनरल ओपीडी व कोविड-19 स्क्रीनिंग ओपीडी सेवाएं फिलहाल जारी रहेंगी, ताकि मरीजों को किसी तरह की स्वास्थ्य परीक्षण संबंधी दिक्कतें नहीं हों।