देहरादून। पहले से ही सुस्त चल रहा दून का प्रापर्टी मार्केट नोटबंदी के बाद से लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। नवंबर के बाद दिसंबर और जनवरी में भी रजिस्ट्रियों की संख्या में बीते साल के मुकाबले गिरावट दर्ज हुई है। इससे सरकार की कमाई भी अच्छी खासी प्रभावित हो रही है।
इस साल जनवरी में देहरादून के सभी सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 45,024 रजिस्ट्रियां हुई, जबकि बीते साल जनवरी में यह आंकड़ा 56,786 का था। इसी प्रकार दिसंबर 16 में कुल रजिस्ट्रियों का आंकड़ा 48 हजार पहुंचा जो दिसंबर 15 में 52 हजार का था। नवंबर 16 में कुल 38,577 सौदे रजिस्टर्ड हुए,जबकि नवंबर 15 में यह आंकड़ा 45,575 का था। इस तरह लगातार तीन महीनों में रजिस्ट्री की संख्या पिछले सालों के मुकाबले गिर रही है।
इससे साफ जाहिर है कि प्रापर्टी बाजार अभी नोटबंदी के असर से बाहर नहीं निकल पाया है। इससे सरकार की कमाई भी काफी प्रभावित हो रही है। इस साल सरकार ने देहरादून जिले का कुल टारगेट 519 करोड़ का रखा था, लेकिन अब तक इस मद में कुल 313 रुपए ही राजस्व मिल पाया है। जबकि इस वित्तीय वर्ष के समापन में अब एक महीने से थोड़ा ही अधिक समय शेष रह गया है।
सूत्रों के अनुसार अब जो भी सौदे हो रहे हैं वो ज्यादातर आम लोगों के द्वारा मकान बनाने को लिए जा रहे छोटे आवासीय प्लॉट के हैं। बड़े और व्यासायिक सौदे अब तकरीबन बंद हो गए हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वीर सिंह बुधियाल के मुताबिक फिलहाल कुल लक्ष्य के 60 प्रतिशत राजस्व ही हासिल हो पाया है।