- 4500 लाख की सांसद निधि नहीं मिली, 2635 लाख खर्च होने को शेष
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
वर्तमान सांसदों मे अजय टम्टा की 268.54 लाख, डा. रमेश पोखरियाल की 295.84 लाख, बी.सी.खंडूरी की 404.55 लाख, श्रीमति माला राजलक्ष्मी की 660.61 लाख तथा भगत सिंह कोश्यारी की 472.46 लाख की उपलब्ध धनराशि खर्च होनी शेष है,पढ़िए पूरी रिपोर्ट ………
देहरादून : मोदी सरकार के ज्यादातर सांसद विकास निधि का एक रुपया भी खर्च नहीं कर पाए हैं। वहीं कुछ विपक्षी नेताओं का हाल भी सत्ता पक्ष के सांसदों से अलग नहीं है। वहीं देश के साथ ही उत्तराखंड के वर्तमान लोकसभा सांसदों का कार्यकाल समाप्त होने में कुछ ही महीने शेष हैं लेकिन उन्हें अब तक मिलने योग्य 11250 लाख की धनराशि में से केवल 6750 लाख की धनराशि उपलब्ध हुई है, जिसमें से 2102 लाख की सांसद निधि जुलाई 2018 तक खर्च होने को शेष है। इसके अतिरिक्त पूर्व सांसदों की भी 533 लाख की धनराशि खर्च होने को शेष है। यह बड़ा खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता को सूचना अधिकार के अन्तर्गत उपलब्ध सूचना से हुआ है।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड के ग्राम्य विकास आयुक्त से उत्तराखंड के वर्तमान सांसदों की सांसद निधि के खर्च सम्बन्धी सूचना मांगी। इसके उत्तर में ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय उत्तराखंड के लोक सूचना अधिकारी उपायुक्त (प्रशासन) डा. जी.एस.खाती ने अपने पत्रांक 1631 से जुलाई 2018 के सांसद निधि विवरण की सत्यापित प्रति उपलब्ध करायी है।
उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड लोकसभा सांसदों को 4.5 वर्ष में मिलने योग्य पांच करोड़ प्रति वर्ष के हिसाब से 11250 लाख की सांसद निधि में से केवल 6750 लाख की सांसद निधि ही उपलब्ध हो पायी है। इसमें प्रत्येक सांसद को 2250 लाख की सांसद निधि उपलब्ध होनी थी जबकि उत्तराखंड के किसी भी सांसद को पूरी सांसद निधि भारत सरकार से उपलब्ध नहीं हुई है। इसमें सर्वाधिक नैनीताल सांसद भगत सिंह कोश्यारी को 2000 लाख की सांसद निधि, दूसरे स्थान पर हरिद्वार सांसद डा0 रमेश पोखरियाल निशंक को 1500 लाख की सांसद निधि, तीसरे स्थान पर टिहरी सांसद श्रीमति राज लक्ष्मी को 1250 लाख की सांसद निधि तथा अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा तथा पौड़ी सांसद भुवन चन्द्र खंडूरी को एक-एक हजार लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है।
श्री नदीम ने बताया कि प्रत्येक सांसद को ढाई-ढाई करोड़ की सांसद निधि की किस्त भारत सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जाती है। पहली किस्त की धनराशि के प्रयोग का प्रमाण आदि उपलब्ध कराने पर अगली किस्त उपलब्ध करायी जाती है। अब तक यदि प्रमाण पत्र आदि उपलब्ध कराये जाते तो प्रत्येक सांसद को 9 किस्ते अर्थात 2250 लाख की धनराशि उपलब्ध होती।
श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्तमान सांसदों मे अजय टम्टा की 268.54 लाख, डा. रमेश पोखरियाल की 295.84 लाख, बी.सी.खंडूरी की 404.55 लाख, श्रीमति माला राजलक्ष्मी की 660.61 लाख तथा भगत सिंह कोश्यारी की 472.46 लाख की उपलब्ध धनराशि खर्च होने को शेष है।
सूचना अधिकार कार्यकर्ता को उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्तमान लोकसभा सांसदों को उपलब्ध कुल 6750 लाख की सांसद निधि में इस पर ब्याज जोड़कर 7037.36 लाख की धनराशि खर्च के लिये उपलब्ध थी जिसमें से जुलाई 2018 तक केवल 70 प्रतिशत 49,35.22 लाख की धनराशि खर्च हुई है जबकि इसमें से भी 21,02.04 लाख की धनराशि खर्च होने को शेष है।
सूचना अधिकार कार्यकर्ता श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को उपलब्ध 1035.85 लाख की धनराशि में से 74 प्रतिशत 767.31 लाख की धनराशि ही जुलाई 2018 तक खर्च हुई है। हरिद्वार सांसद डा0 रमेश पोखरियाल को उपलब्ध 1590.58 लाख की धनराशि में से 81 प्रतिशत 1294.74 लाख की धनराशि खर्च हुई है। पौड़ी सांसद बी.सी.खंडूरी को उपलब्ध 1021.45 लाख की धनराशि में से 60 प्रतिशत 616.89 लाख की धनराशि ही खर्च हुई है। टिहरी सांसद श्रीमति राज लक्ष्मी को उपलब्ध 1346.50 लाख की धनराशि में से 51 प्रतिशत 685.89 लाख की धनराशि ही खर्च हुई है। नैनीताल सांसद भगत सिंह कोश्यारी को सर्वाधिक उपलब्ध 2042.88 लाख की धनराशि में से 77 प्रतिशत 1570.42 लाख की धनराशि जुलाई 2018 तक खर्च हुई है।