HARIDWAR : भारतरत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां रविवार को दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर उनकी दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य ने पूरे विधि-विधान से हरकी पैड़ी के ब्रह्मकुंड में गंगा में विसर्जित की। इस दौरान पंडित अखिलेश शर्मा त्रिपाठी ने विधि विधान के साथ कर्मकांड कराया। इससे पूर्व आहूत श्रद्धांजलि सभा में संतों और गणमान्य लोगों ने अटल जी को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
रविवार प्रातः पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहरी वाजपेयी की अस्थियों को दिल्ली के स्मृति स्थल से तीन कलशों में भरा गया। इसके बाद परिजन अस्थि कलश को लेकर हरिद्वार सुबह करीब 10:40 मिनट पर वायु सेना का विशेष विमान देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस दौरान अटल जी के दामाद रंजन भट्टाचार्य के हाथों में अस्थि कलश था। उनके साथ उनकी पत्नी नमिता भट्टाचार्य, बेटी निहारिका समेत परिवार की दो अन्य महिलाएं भी थीं। जॉलीग्रांट से दो अलग-अलग हेलीकॉप्टर से परिजन और भाजपा नेता हरिद्वार के लिए रवाना हुए। हरिद्वार के भल्ला कॉलेज तक जॉली ग्रांट से हेलीकाप्टर से पहुँचने के बाद अस्थि कलश यात्रा मायापुर से होते हुए हरकी पैड़ी की तरफ निकली। रास्ते भर में दोनों तरफ लोगों का हुजूम अपने प्रिय नेता के अस्थि कलश पर दो फूल श्रद्धांजलि स्वरूप डालने के लिए उमड़ पड़े।
इस दौरान दिल्ली जैसा जान सैलाब सड़कों पर पुष्प वर्षा करते देखा गया। लोग अटलजी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे। वहीँ एक वाहन में देशभक्ति गीत की धुन बजाई जा रही थी। जिससे गंगा नगरी हरिद्वार का वातावरण एक बार फिर अटलमय नज़र आ रहा था हर किसी की आँखों में अपने प्रिय नेता के बिछुड़ने का गम साफ़ नज़र आ रहा था। इसी बीच करीब दोपहर एक बजे अटलजी की अस्थि कलश यात्रा हरकी पैड़ी पर पहुंची। यहां पंडित अखिलेश शर्मा त्रिपाठी ने पूरे विधि विधान से अस्थियों को गंगा में विसर्जित कराया। अटलजी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य ने अस्थियों को गंगा में प्रभावित किया। इस दौरान अटलजी अमर रहें के नारे लग रहे थे।
इस दौरान अटलजी के परिजनों समेत भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।