जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को दिया ज्ञापन
सरकार का मकसद आबादी के हिसाब से है करना विधानसभाओं का परिसीमन
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून। राज्य की विधानसभाओं का परिसीमन क्षेत्रफल के आधार पर करने समेत अन्य मुद्दों को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा कूच कर उपवास रखा। कूच करते हुए पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रिस्पना पुल से पहले बेरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। ऐसे में कार्यकर्ताओं ने बारिश के बीच नारेबाजी करते हुए सरकार पर राज्य के मुद्दों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
मंगलवार दोपहर में उत्तराखंड क्रान्ति दल के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा कूच किया। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उन्हें रिस्पना पुल से पहले ही रोक दिया। कार्यकर्ता ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। लगातार बारिश के बीच कार्यकर्ता अपनी मांग को जोरशोर से उठाते रहे। कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने एक दुकान की टीन शैड के नीचे धरना दिया।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि सरकार का मकसद उत्तराखंड में भी आबादी के हिसाब से विधानसभाओं का परिसीमन करने का है। ऐसे में परिसीमन हुआ तो पर्वतीय क्षेत्र में विधानसभा की सीटें कम होगी और इससे सीधे तौर पर राज्य के पहाड़ी क्षेत्र प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य का अस्सी फीसदी भूभाग पर्वतीय है। इसलिए दल की मांग है कि विधानसभाओं का परिसीमन क्षेत्रफल के आधार पर किया जाय।
यूकेडी ने मांग की कि परिसीमन का आधार क्षैत्रफल यानि भौगोलिक आधार हो और इसका प्रस्ताव उत्तराखंड विधानसभा से पास होकर केंद्र सरकार व भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाए। वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की सीमा नेपाल और चीन से मिलती है, लेकिन कोई भी सरकार उत्तराखंड के बारे में कभी भी गंभीर नही रही है। दल उत्तराखंड राज्य में धारा 371 लागू करने की मांग करता है। राज्य के किसानों को गन्ना भुगतान जल्द दिया जाए। टीएचडीसी के विनिवेश पर दल का विरोध है।
इस दौरान दल के नेता त्रिवेंद्र सिंह पंवार, बीडी रतूड़ी, हरीश पाठक, एपी जुयाल, डीके पाल, सुनील ध्यानी, किशन रावत, जय प्रकाश उपाध्याय, बहादुर सिंह रावत, प्रहलाद रावत, ललित बिष्ट, रेखा ,राजेन्द्र बिष्ट, प्रमिला रावत, राजेश्वरी रावत, सीमा रावत, गीता बिष्ट, मंजू रावत, अब्बल भंडारी, रविन्द्र वशिष्ठ, राकेश राजपूत, दीपक गौनियल, एम डी शर्मा, समीर मुंडेपी, समीर मुखर्जी, आशीष नौटियाल, प्रेम नेगी, एम एस शाही, युद्धवीर चैहान, के डी जोशी, सुरेंद्र पेटवाल, बी एस सजवाण, कमल कांत, गुलबहार, मेहर सिंह राणा, अशोक नेगी, उत्तम रावत, कुंवर प्रताप, संजीव शर्मा, एनी थापा आदि मौजूद रहे।
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