अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार ली CM पद की शपथ

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कैबिनेट में कोई बदलाव नहीं, केजरीवाल के साथ दिल्ली सरकार के छह मंत्रियों ने भी ली शपथ

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

“केंद्र सरकार के साथ मिलकर दिल्ली को आगे ले जाना चाहता हूं ” : केजरीवाल 

शपथ ग्रहण करने के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा, अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा “केंद्र सरकार के साथ मिलकर दिल्ली को आगे ले जाना चाहता हूं।।। दिल्ली को दुनिया का नंबर एक शहर बनाना चाहता हूं।” साथ ही उन्होंने कहा कि हमने पीएम मोदी को शपथ ग्रहण के लिए न्योता भेजा था, लेकिन वाराणसी में उनका कार्यक्रम था। इसलिए वह नहीं आ पाए। ऐसे में मैं पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों से चाहता हूं कि दिल्ली को आगे ले जाने के लिए हमें आशीर्वाद दें।
उन्होंने कहा कि यह मेरी जीत नहीं, आप लोगों की जीत है, यह हर दिल्ली वाले की जीत है। यह हर मां, हर बहन, हर युवा, हर विद्यार्थी की जीत है, यह दिल्ली के हर परिवार की जीत है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले पांच सालों में हमारी यही कोशिश रही है कि किस तरह हर दिल्ली वाले की ज़िन्दगी में खुशहाली, कुछ राहत ला सकें। पिछले पांच सालों में हमारी यही कोशिश रही है कि किस तरह दिल्ली के हर शख्स का तेज़ी से विकास हो, और आने वाले पांच सालों में भी हमारी यही कोशिश रहेगी।”
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आपने किसी को भी वोट दिया हो, लेकिन मैं सभी का मुख्यमंत्री हूं। AAP को वोट देने वालों का भी, BJP को वोट देने वालों का भी, कांग्रेस को वोट देने वालों का भी।” उन्होंने कहा “चुनाव प्रचार के दौरान हमारे खिलाफ बोलने वाले विरोधियों को आज हमने माफ कर दिया है।”

 

नई दिल्ली : दिल्ली के रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल ने छह कैबिनेट मंत्रियों के साथ तीसरी बार पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उन्हें दिल्ली के उप राज्यपाल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह की मुख्य बात यह रही कि अरविंद केजरीवाल ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में किसी दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री या दूसरी पार्टी के नेताओं को बुलाने के जगह दिल्ली के निर्माता के नाम से कई वर्गों के 50 मेहमानों को आमंत्रित किया था।
केजरीवाल के साथ शपथ लेने वाले दिल्ली सरकार के छह मंत्रियों में मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन, राजेन्द्र पाल गौतम शामिल हैं। ये सभी केजरीवाल की पिछली सरकार में भी मंत्री रहे हैं।

मनीष सिसोदिया: 5 जनवरी 1972 को जन्मे मनीष सिसोदिया ने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की थी। समाचार चैनलों में काम करने के बाद सिसोदिया ने ‘कबीर’ NGO से एक्टिविज्म के क्षेत्र में क़दम रखा। ‘परिवर्तन’ नाम के NGO के साथ भी काम किया। सूचना अधिकार के अभियान का हिस्सा बने और उन 9 लोगों में शामिल हुए जिन्होंने RTI का मसौदा तैयार किया। मनीष सिसोदिया ने साल 2006 में केजरीवाल के साथ ‘पब्लिक कॉज़ रिसर्च फाउंडेशन’ बनाया। 2011 में जनलोकपाल बिल आंदोलन में अहम भूमिका निभाई और इसके बाद 2012 में राजनीतिक सफर की शुरआत हुई। अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया। 2013 में पटपड़गंज में पहली बार विधायक बने। 2015 में दूसरी बार पटपड़गंज से जीते, अरविंद केजरीवाल सरकार में डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी निभाई। मनीष सिसोदिया साल 2016 में 100 सबसे प्रभावशाली भारतीय में भी शामिल हो चुके हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य में बेहतरीन काम करने के लिए उन्हें 2019 में चैंपियन चेंज अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है और अब वह तीसरी बार केजरीवाल सरकार में नंबर 2 की पोजिशन संभालने जा रहे हैं।

सत्येंद्र जैन: पेशे से आर्किटेक्ट सत्येंद्र जैन का जन्म उत्तर प्रदेश के बागपत में साल 1964 में हुआ था। सत्येंद्र उन खास लोगों में शुमार थे, जिन्होंने अन्ना आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। 2013 में शकूर बस्ती से चुनाव लड़े और मंत्री बने। 2015 में दोबारा चुनाव जीते और स्वास्थ्य समेत कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लीनिक बनाने में अहम भूमिका निभाई। अपने कार्यकाल के दौरान सत्येंद्र जैन कई विवादों में भी घिरे रहे। बेटी को मोहल्ला क्लीनिक में सलाहकार बनाने पर विवाद हुआ था। इस मामले की जांच CBI को दी गई। इसके अलावा PWD में नियुक्ति को लेकर भी आरोप लगे और सीबीआई के छापे भी पड़े। इसके अलावा साल 2018 में अवैध आय के मामले में ED ने पूछताछ भी की थी। अब तीसरी बार मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने जा रही हैं।

गोपाल राय: गोपाल राय का जन्म 1975 में उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में हुआ था। लखनऊ में छात्र राजनीति से जुड़े और 1992 में AISA के सदस्य बने। गोपाल राय की गिनती आप के संस्थापक सदस्यों में होती है। 2013 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर बाबरपुर से चुनाव लड़े लेकिन हार गए। इसके बाद 2014 में ‘मैं भी आम आदमी’ कैंपेनिंग की शुरुआत की। 2015 में दोबारा चुनाव लड़ा और बाबरपुर से जीत दर्ज की। केजरीवाल कैबिनेट में उन्हें परिवहन और श्रम मंत्रालय सौंपे गए। गोपाल राय तीसरी बार शपथ ली।

कैलाश गहलोत: 1974 में दिल्ली में जन्में अरविंद केजरीवाल पेश से वकील हैं। 2005-07 में हाइकोर्ट बार एशोसिएशन के सदस्य भी चुने जा चुके हैं। 2015 में नजफगढ़ से चुनाव जीते थे। केजरीवाल सरकार में कई अहम मंत्रालय संभाले।

 

राजेन्द्र पाल गौतम: राजेंद्र पाल गौतम का जन्म दिल्ली में 1968 में हुआ था। राजेंद्र पेश से वकील हैं और डीयू से कानून की पढ़ाई की है। राजेंद्र AAP नेशनल एग़्जिक्यूटिव के सदस्य हैं। 2015 में सीमापुरी से चुनाव जीता था और केजरीवाल सरकार में मंत्री बने थे। 2020 में उन्होंने एक बार फिर जीत दर्ज की और केजरीवाल कैबिनेट का हिस्सा बने।

 

इमरान हुसैन: केजरीवाल के करिबियों में गिने जाने वाले इमरान हुसैन का जन्म 1981 में दिल्ली में हुआ था। इमरान ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पढ़ाई की और 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर बल्लीमारान से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 2015 में इमरान हुसैन ने केजरीवाल कैबिनेट में खाद्य आपूर्ति मंत्री का पद संभाला। 2020 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जीत दर्ज की और मंत्रिमंडल में अपनी जगह बरकरार रखी।