इनकम इंडेक्स के साथ हैप्पीनेस इंडेक्स में भी हम रहें आगे
सभी रिक्त सरकारी पदों पर समयबद्ध तरीके से होगी भर्ती
संविदा कर्मी के लिए होगी अधिमान अंक की व्यवस्था
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । आजादी की 73वें स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्तराखंड में जोशो-खरोश के साथ मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अस्थायी राजधानी देहरादून के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में दूसरी बार तिरंगा फहराया और प्रदेश वासियों को स्वतंत्रता दिवस के साथ रक्षाबंधन की भी बधाई दी। यहां आयोजित मुख्य समारोह के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों और सैन्य व अर्द्धसैन्य बल के शहीद जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड देवभूमि ही नहीं, वीरभूमि भी है। उन्होंने घोषणा की कि सभी रिक्त सरकारी पदों पर समयबद्ध तरीके से भर्ती की जाएगी। साथ ही संविदा कर्मी के लिए अधिमान अंक की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने लिए सरकार मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता प्रोत्साहन योजना शुरू करने जा रही है।
राज्य में आ रही प्राकृतिक आपदाओं पर कहा
उन्होंने अपने सम्बोधन में राज्य में आ रही प्राकृतिक आपदाओं पर कहा कि हमने समय-समय पर भयंकर आपदाओं की विभिषिका झेली है। वर्तमान में देश के बहुत से राज्य बाढ़ की दुश्वारियों से जूझ रहे हैं हम उनके कष्ट व पीड़ा को समझ सकते हैं। मुश्किल की इस घड़ी में हम उनके साथ हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर जन धन की हानि हुई है। आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने का हर सम्भव प्रयास किया गया है।
एक देश, एक विधान व एक निशान का संकल्प हुआ साकार
शक्तिशाली व समृद्ध न्यू इंडिया के लिए इन वर्षों में जो ऐतिहासिक काम किए गए, उनके बारे में पहले कोई सोच भी नहीं सकता था। कौन सोच सकता था कि हमारे जम्मू कश्मीर के भाई बहनों को धारा 370 और 35-ए से आजादी मिलेगी। जम्मू-कश्मीर के लोग मुख्य धारा में शामिल होकर विकास की नई इबारत लिख सकेंगे। आज एक देश, एक विधान व एक निशान का संकल्प साकार हुआ है।
वृद्ध व्यक्तियों की देखभाल के लिए लाया जायेगा कानून
मुख्यमंत्री ने कहा सरकार, वृद्ध व्यक्तियों की देखभाल के लिए कानून लाने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री प्रतिभा प्रोत्साहन योजना के तहत 25 बच्चों को सभी कोर्सेज में 50 प्रतिशत फीस की स्कॉलरशिप देगी। सीएम ने कहा कि देश को जानो योजना के तहत कक्षा 10वीं के टॉप 25 रैंकर्स को भारत भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही कहा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति आश्रम पद्धति के छत्रों के भोजन भत्ते में 15 सौ रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। सीएम ने कहा, उत्तराखंड के समस्त स्कूलों में 2022 तक फर्नीचर से लेकर कंप्यूटर लैब की व्यवस्था कर दी जाएगी। सीएम ने कहा 2020 तक प्रदेश की समस्त प्राथमिक कृषि ऋण समितियों को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा वहीं, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन में ध्वजारोहण किया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी।
तीन तलाक़
कौन सोच सकता था कि मुस्लिम महिलाओं को तत्काल तीन तलाक से हो रहे शोषण से आजादी मिल सकेगी। महिला सशक्तिकरण की दिशा में ये बहुत बङा कदम है।
बालाकोट का भी किया जिक्र
कौन सोच सकता था कि आतंकवादियों को उनके घर में घुस कर मारा जा सकता है। भारत को दुनिया के सभी देशों का इतना समर्थन मिलेगा और हमारे पड़ोसी देश को अपने हर षड़यंत्र में मुंह की खानी पड़ेगी।
कौन सोच सकता था कि जी.एस.टी. के लिए सभी राज्यों में सहमति बन सकेगी। देश का हर घर बिजली से रोशन होगा। करोड़ों परिवारों को आयुष्मान योजना से स्वास्थ्य रक्षा कवच मिलेगा। उज्जवला योजना से हमारी माताओं-बहनों को धुंए से आजादी मिलेगी।
आज भारत अंतरिक्ष की एक बड़ी ताकत बन चुका है। सात सितम्बर को हम सभी उस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे, जब हमारा चंद्रयान चंद्रमा की धरती पर उतरेगा।
देश हित के हर वो काम मुमकिन हुए जो पहले सम्भव नहीं लगते थे। ऐसा हुआ, मजबूत और दूरदर्शी नेतृत्व के कारण। मैं सभी प्रदेशवासियों की ओर से माननीय प्रधानमंत्री जी को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं। और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि इस प्रदेश का बच्चा-बच्चा, राष्ट्र हित में अपने प्रधानमंत्री जी के साथ है।
भाईयों व बहनों,हाल ही हमें बी.सी.सी.आई. से मान्यता मिली है। हमारे खिलाड़ी और खेल प्रेमी एक लम्बे समय से इसका इंतजार कर रहे थे। अब हमारी क्रिकेट प्रतिभाएं अपने प्रदेश से खेल सकेंगी। इसके लिए प्रयासरत रहे सभी लोगों, सभी खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को बधाई देता हूं।
उत्तराखण्ड को बी.सी.सी.आई से मान्यता, इस बात का प्रमाण है कि जब राजनीतिक पूर्वाग्रहों को दूर रखते हुए काम किया जाए तो उसका परिणाम सुखदायी होता है। हमारी सरकार राज्य के विकास में राजनीति को दूर रखने में विश्वास रखती है।
सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास से हमें नए भारत का निर्माण करना है। प्रधानमंत्री जी के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनोमी के सपने को साकार करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर निष्ठा के साथ काम करना होगा।
एक छोटा पर्वतीय राज्य होने पर भी हम न केवल देश की इकोलोजी बल्कि देश की इकोनोमी में भी अहम् योगदान कर रहे हैं। हाल ही में सम्पन्न हिमालयन कॉन्क्लेव में 11 हिमालयी राज्यों द्वारा पर्यावरण व जैवविविधता के संरक्षण के साथ देश की समृद्धि में योगदान के लिए ‘मसूरीसंकल्प’ पारित किया गया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं धर्मयुद्ध
हम भ्रष्टाचार के खिलाफ धर्मयुद्ध लड़ रहे हैं। इसमें आप सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। देवभूमि को भ्रष्टाचार से आजाद करने के लिए जल्द ही एक और कठोर कानून लाने जा रहे हैं। सीएम डैशबोर्ड ‘उत्कर्ष’, सीएम हेल्पलाईन 1905 और सेवा का अधिकार से कार्य संस्कृति में सुधार लाया जा रहा है। इसमें हमें काफी कामयाबी भी मिली है।
ऑल वेदर रोड़ व भारतमाला योजना पर तेजी से चल रहा है काम
हम भारत सरकार के सहयोग से कनेक्टिविटी पर काफी काम कर रहे हैं। ऑल वेदर रोड़ व भारतमाला योजना पर तेजी से काम चल रहा है। डाटकाली टनल सहित कई परियोजनाओं का निर्माण समय से पहले पूरा कर अभी तक 300 करोड़ रूपए से अधिक बचाए जा चुके हैं। टिहरी में डोबरा-चांठी मोटर झुला पुल का काम मार्च 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा।ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग पर काम प्रारम्भ कर दिया गया है। देवबंद-रूड़की रेलमार्ग, इस राज्य के विकास को एक नई गति प्रदान करेंगे। राज्य में 13 हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है।राज्य सरकार की पहल से उड़ान योजना के तहत देहरादून, पंतनगर व पिथौरागढ़ के लिए सस्ती हवाई सेवा प्रारम्भ कर दी गई है। आज देहरादून, देश के 23 शहरों से हवाई सेवा के माध्यम से जुड़ चुका है।
स्कूली व उच्च शिक्षा की क्वालिटी में जारी हैं सुधार
हमारी कोशिश है कि स्कूली व उच्च शिक्षा की क्वालिटी में सुधार ला कर हमारे बच्चों की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में सुधार लाया जाए। हमने सभी सरकारी विद्यालयों में एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्यपुस्तकें अनिवार्य करवायी हैं। कॉलेजों को स्मार्ट कैम्पस बनाया जा रहा है। आने वाली पीढ़ी अपनी भाषा व बोली से जुडे रहें इसके लिए भी कोशिश की जा रही है। पौड़ी में अनोखी पहल करते हुए गढ़वाली भाषा में पाठ्यपुस्तकें तैयार की गई हैं। जल्द ही अन्य बोलियों में भी किया जाएगा।
हमारी कोशिश है कि स्कूली व उच्च शिक्षा की क्वालिटी में सुधार ला कर हमारे बच्चों की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में सुधार लाया जाए। हमने सभी सरकारी विद्यालयों में एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्यपुस्तकें अनिवार्य करवायी हैं। कॉलेजों को स्मार्ट कैम्पस बनाया जा रहा है। आने वाली पीढ़ी अपनी भाषा व बोली से जुडे रहें इसके लिए भी कोशिश की जा रही है। पौड़ी में अनोखी पहल करते हुए गढ़वाली भाषा में पाठ्यपुस्तकें तैयार की गई हैं। जल्द ही अन्य बोलियों में भी किया जाएगा।