AIIMS में शुरू हुआ पांच दिवसीय ब्लड ट्रांसफ्यूजन सर्विसेस ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू

ब्लड बैंकों के चिकित्साधिकारियों को रक्तदान से जुड़ी सेवाओं के लिए प्रशिक्षण

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जरुरतमंद लोगों के जीवन के संरक्षण के लिए रक्तदान के लिए आएं आगे : प्रो रविकांत 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एंड ब्लड बैंक के तत्वावधान में सोमवार को पांच दिवसीय ब्लड ट्रांसफ्यूजन सर्विसेस ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू हो गया। जिसमें उत्तराखंड के ब्लड बैंकों के चिकित्साधिकारियों को रक्तदान से जुड़ी सेवाओं के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि रक्तदान को महादान कहा जाता है। चूंकि स्वस्थ रक्तदाताओं से ही रक्त को एकत्रित किया जा सकता है,लिहाजा सभी को जरुरतमंद लोगों के जीवन के संरक्षण के लिए रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत सरकार व उससे जुड़े संस्थान नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन,यूसेक्स, एम्स जैसी बड़ी संस्थाओं का दायित्व है कि वह अपने आसपास के क्षेत्रों में रक्त की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन सततरूप से करें। लिहाजा एम्स संस्थान उत्तराखंड के कई हिस्सों में इस तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करा रहा है।

निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि ऐसे कार्यक्रमों से क्षेत्र में ब्लड ट्रांसफ्यूजन से जुड़ी सेवाओं में काफी हद तक सुधार होगा। एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान में ब्लड ट्रांसफ्यूजन विषय पर एमडी कोर्स भी संचालित किया जा रहा है, इस तरह का कोर्स फिलहाल राज्यभर में अन्य किसी मेडिकल संस्थान में नहीं चल रहा है।

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संस्थान नाको, उत्तराखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी यूसेक्स व एम्स ऋषिकेश की ओर से आयोजित कार्यशाला का डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता, एमएस डा.ब्रह्मप्रकाश,प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह, एम्स रक्तकोष विभागाध्यक्ष डा. गीता नेगी व अपर परियोजना निदेशक यूसेक्स डा. अर्जुन सिंह सेंगर ने संयुक्तरूप से शुभारंभ किया। कार्यशाला के पहले दिन ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एंड ब्लड बैंक विभागाध्यक्ष डा.गीता नेगी, डा. अर्जुन सिंह सेंगर,डा.दलजीत कौर, डा. सुशांत कुमार मीनिया,डा. आशीष जैन, डा. संजय उप्रैती आदि विशेषज्ञ चिकित्सकों ने राज्य के विभिन्न जनपदों से आए चिकित्सकों को नेशनल ब्लड पॉलिसी, ब्लड बैंक की लाइसेंस प्रक्रिया, ब्लड बैंक चिकित्सा अधिकारियों के कार्य व दायित्व के अलावा ब्लड बैंक से जुड़ी कानूनी जानकारियां दी।

उन्हें रक्त की टेस्टिंग में ए, बी और ओ ग्रुप्स व एमिनो हेमेटोलॉजिकल समस्याओं के बारे में प्रयोगशाला में प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश,रानीखेत अल्मोड़ा, रुड़की,श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार, रुद्रप्रयाग,चंपावत,बागेश्वर,पिथौरागढ़, काशीपुर आदि स्थानों से 14 चिकित्सक प्रतिभाग कर रहे हैं। आयोजन में सीनियर रेजिडेंट डा. ईशा, डा. पंदीप, डा. शैकत,डा. सारिका,डा. ईश्वर,डा.जॉइसा देव,एमएसडब्ल्यू दिनेश चंद्र आदि ने सहयोग किया।