पैसा वसूली के लिए बेटे का पैर खराब करने का आरोप, जांच की मांग …
अन्य मरीजों से भी इसी तरह वसूली का आरोप
आयुक्त गढ़वाल को सौंपा जांच का पत्र
जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज करने की दी चेतावनी !
देहरादून। नाम बड़े और दर्शन छोटे इसी तर्ज पर राजधानी देहरादून में अस्पतालों के नाम पर मानव बूचड खाने चल रहे हैं जो उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पडोसी राज्य उत्तरप्रदेश तक के रोगियों से इलाज के नाम पर लूट कर रहे हैं। ऐसे लोगों को लूट का तब पता चलता है जब उनके पास न पैसा बचता है और न वह व्यक्ति जिसके इलाज पर वे अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी ऐसे अस्पतालों को इलाज़ के नाम पर दे चुके होते हैं राजधानी देहरादून में पहाड़ों से लेकर पडोसी राज्य तक के लोग इस उम्मीद से आते हैं कि यहाँ उनको अच्छा इलाज़ मिलेगा लेकिन वे यहाँ आने के बाद ठगे से रह जाते हैं जब उंनसे इलाज़ के नाम पर प्रायोजित ठगी हो जाती है। पहाड़ से ऐसे कई लोग आते हैं जो इन अस्पतालों द्वारा अपने साथ हुई ठगी को साझा नहीं कर पाते हैं और वे अपना सा मुंह लेकर और सबकुछ गँवा कर अपने घर लौटने को मजबूर होते हैं। क्योंकि उनका यहाँ कोई ऐसा नहीं जो उनके घाव पर मरहम लगा दे। …
बड़े और नामी अस्पतालों में इलाज के नाम पर अगर अपर आयुक्त जैसे अफसर को चूना लगाया जा सकता है तो आम आदमी के साथ इन पंच सितारा अस्पतालों में क्या किया जाता होगा, इसकी कल्पना अपर आयुक्त के आरोपों से की जा सकती है। अपर आयुक्त ने स्वास्थ्य सचिव और मंडलायुक्त ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाने का आग्रह किया है। अपर आयुक्त हरक सिंह रावत ने बताया कि उनके पुत्र के घुटने का आपरेशन मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने किया था जबकि यह ओपरेशन पैर के घाव के सूखने व सूजन के कम हो जाने के बाद किया जाना चाहिए था लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले ही कर दिया और आपरेशन के बाद घुटने की कटोरी पर मांस के चिपक जाने के बाद लेजर से मांस हटाने की बात कही थी, जबकि इस बीच बच्चा चलने भी लगा था लेकियन घुटना मोड़ नहीं पा रहा था ,लेकिन डॉक्टरों ने इसी दौरान मांस हटाने की बात कहकर उसका पाँव मोड़कर तोड़ डाला जिसे उन्होंने जानबूझकर साजिश बताया ताकि वे और पैसा उनसे ऐंठ सकें।
गढ़वाल मंडल के अपर आयुक्त हरक सिंह रावत ने मीडिया के सामने मैक्स अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। हरक ने बताया कि उऩ्होंने अपने बेटे राहुल का एक्सीडेंट होने के बाद मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया था। डाक्टरों ने आपरेशन किया। डाक्टरों की सलाह के बाद वे उसे घर ले लाए। लेकिन जब पैर ने काम नहीं किया तो वे फिर से अस्पाताल ले गए। बताया गया कि इंफेक्शन की वजह से दिक्कत हो रही है। लेजर से मामूली का आपरेशन करके इसे ठीक कर दिया जाएगा।
हरक ने बताया कि उन्हें बताया गया कि महज 15 मिनट का काम है। लेकिन बेटे को आपरेशन थियेटर में तीन घंटे तक रखा गया और इस दौरान फिर से पैर की ओपन सर्जरी कर दी गई। बाहर आने पर डाक्टरों से देरी की वजह पूछी तो बताया कि हड्डी जुड़ी नहीं थी। लिहाजा फिर से आपरेशन किया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने हड्डी जोड़ने के नाम पर छह लाख रुपये की वसूली की, फिर भी पैर ठीक नहीं हुआ। अब दूसरे शहर के डाक्टर से इलाज कराया जा रहा है।
हरक ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों में से 50 फीसदी के ज्यादा को बार-बार इंफेक्शन होना इस बात का इशारा करता है कि कहीं कुछ गड़बड़ी है। प्रबंधन महज पैसों की वसूली के लिए ही ऐसा कर रहा है। इस मामले की जांच के लिए उन्होंने स्वास्थ्य सचिव और मंडलायुक्त को पत्र लिखा है। उनकी मांग है कि विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाकर मैक्स में मरीजों के होने वाले इंफेक्शन की जांच कराई जाए। अगर जांच में यह साबित होता है कि महज पैसा वसूली के लिए ही ऐसा हो रहा है तो प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इधर, मैक्स अस्पताल प्रबंधन ने अपर आयुक्त के सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जरूरत के अनुसार ही इलाज किया गया है।
वहीँ मामले पर अपर आयुक्त ने आयुक्त गढ़वाल को एक शिकायती पत्र भी भेजा है जिसमे उन्होंने मैक्स अस्पताल के कारनामों के जांच की मांग की है।
पीड़ितों से सामने आकर शिकायत का आग्रह
अपर आयुक्त हरक सिंह रावत ने मैक्स के कारनामों से पीड़ित लोगों से आगे आकर शिकायत करने की अपील की है। रावत ने कहा कि अगर अस्पतालों के इस तरह के कारनामों को उजागर करके प्रबंधन के खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया जाएगा तो इसी तरह से इनकी मनमानी चलती रहेगी और ये अस्पताल इसी तरह से पैसों की वसूली करते रहेंगे।
अपर आयुक्त द्वारा अपने पुत्र के इलाज़ में लापरवाही किये जाने के मामले को सार्वजनिक किये बाद मैक्स अस्पताल के कई पीड़ित लोगों ने अपनी व्यथा देवभूमि मीडिया से साझा की है इन लोगों का कहना है उन्हें जब बुलाया जाएगा तो वे साफ़ प्रमाण देने को तैयार हैं कि मैक्स अस्पताल ने उनके साथ कैसे लूट की है, वहीँ मोहकमपुर के दीपक भंडारी , कीर्ति शर्मा जी सहित कई ऐसे लोग मिले हैं जिनका इस अस्पताल ने आर्थिक शोषण ही नहीं किया बल्कि शारीरिक शोषण भी किया। यदि आपके पास भी मैक्स हॉस्पिटल द्वारा लूट, मनमाने तरीके से चिकित्सा व शोषण की कोई जानकारी हो तो कृपया साझा करें …… मोबाइल – 9719175755
देखिये अपर आयुक्त ने क्या कहा इस विडियो में …..