कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व से एक टाइगर का राजाजी टाइगर रिज़र्व में हुआ ट्रांसफर, जबकि एक दुर्घटना में मारा गया

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तीन महीने से गायब बाघिन की अभी तक कोई ठोस जानकारी वन्य जीव विभाग के अधिकारियों को नहीं

दूसरी तरफ बीती रात रामनगर इलाके में एक वाहन की चपेट में आने से एक बाघ की मौत

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से पहली बार टाइगर के एक जगह से दूसरी जगह पार्क इलाके में बाघों की जनसंख्या बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। लेकिन जिस राजाजी टाइगर रिज़र्व में यह बाघ ट्रांसफर किया गया है वहां से लगभग तीन महीने से गायब बाघिन का अभी तक कोई ठोस जानकारी वन्य जीव विभाग के अधिकारियों को नहीं मिल पायी है वे अभी भी अंधेरे में हाथ पांव मार रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ बीती रात एक वाहन की चपेट में आने से एक बाघ की मौत हो गयी, ऐसे में प्रदेश में बाघों के संरक्षण के दावों की हवा निकलती नज़र आ रही है। 

गौरतलब हो बीते दिनों कॉर्बेट नेशनल पार्क से राजाजी टाइगर रिज़र्व में जनसंख्या बढ़ाने के उद्देश्य पहली बाघिन को राजाजी नेशनल पार्क में शिफ्ट किया जा चुका है और उसकी गतिविधयों पर नज़र रखने के उद्देश्य से उसपर रेडियो कॉलर भी लगाने के बाद जंगल में छोड़ा जा चुका है ।

वहीं कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन ने बीते देर रात कार्बेट के झिरना रेंज से एक अन्य बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के बाद राजाजी नेशनल पार्क लाया गया है। इस बाघ को खोजने के लिए कॉर्बेट नेशनल प्रशासन बीते छह दिनों से मशक्क्त कर रहा था , इतना ही नहीं इसे खोजने के लिए पार्क प्रशासन ने ड्रोन की भी मदद ली थी।

गौरतलब हो कि राजाजी टाइगर रिज़र्व में बाघों की घटती संख्या को देखते हुए पांच बाघों को राजाजी नेशनल पार्क में शिफ्ट किए जाने की योजना बनाई गई थी जिसमें से एक बाघिन और एक बाघ को राजाजी टाइगर रिज़र्व में शिफ्ट किया जा चुका है जबकि अभी शेष तीन अन्य बाघों को ट्रांसफर किए जाने की प्रक्रिया जारी है।

सूबे के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत से मिली जानकारी के अनुसार कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व से लाये गए मेल टाइगर को शनिवार दोपहर तीन बजे राजाजी नेशनल पार्क मोतीचूर क्षेत्र में रिलीज किया गया है। उन्होंने बताया राजाजी नेशनल पार्क में टाइगर को छोड़े जाने से इनकी संख्या में वृद्धि होगी। प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रकार के किया जा रहा ये प्रयास वन्यजीव संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।

लेकिन वहीं दूसरी ओर देश-विदेश के वन्य प्रेमियों के लिए दुःखद बात यह यही कि जहां राजाजी पार्क इलाके से पिछले तीन महीने से गायब बाघिन का अभी तक वन्यजीव विभाग के काबिल अधिकारियों को नहीं पता चल सका है वहीं बीती रात रामनगर इलाके में एक बाघ के तेज़ गति इनोवा कार से टकरा जाने से मौके पर ही मौत हो गई जबकि गाडी का अगला भाग बुरी तरह डैमेज हुआ है। इससे साफ़ पता चलता है कि वाहन की गति बहुत ही तेज़ रही होगी।