टिहरी झील में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए तैयार की जा रही डीपीआर
टिहरी झील में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए तैयार की जा रही डीपीआरमुकेश रतूड़ीएसएस राणा, जिला साहसिक खेल अधिकारी टिहरी का कहना है…….एडीबी की सहमति पर करीब 1100 करोड़ के कार्यो की डीपीआर संबंधित कंसलटेंस से तैयार की जा रही है। डीपीआर बनने के बाद विभागीय अधिकारियों के माध्यम से शासन को प्रेषित की जाएगी। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू किए जाएंगे।नई टिहरी : टिहरी झील को विश्व स्तरीय साहसिक पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की कवायद अब धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी है। मास्टर प्लॉन नई टिहरी और टिहरी बांध की झील सहित आसपास के क्षेत्रों को बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाने के लिए एडीबी (एशियन डवलपमेंट बैंक) ने 1100 करोड़ रुपये देने की दी सहमति दी है। एडीबी की सहमति पर पर्यटन विभाग झील क्षेत्र से लेकर आसपास के गांवों को विकसित करने को डीपीआर तैयार करवा रहा है। इसके लिए बाकायदा टेंडर भी आमंत्रित किए गए हैं। डीपीआर बनने के बाद एडीबी परियोजना के लिए धनराशि निर्गत करेगा। परियोजना के तहत गंगा संग्रहालय, बोटिंग प्वाइंट, हर्बल गार्डन, एडवेंचर पार्क, मल्टी स्टोरी पार्किंग, व्यू प्वाइंट, आयुष ग्राम, होम स्टे, नई टिहरी में पाथ निर्माण, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सड़क और झील के चारों ओर रिंग रोड़ का निर्माण किया जाएगा। उम्मीद है कि इन योजनाओं के धरातल पर उतरने के बाद टिहरी के पर्यटन को पंख लगेंगे और स्थानीय बेरोजगारो को भी रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा।विधायक टिहरी, धन सिंह नेगी बोले ….नई टिहरी और टिहरी झील के विकास के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन में टिहरी झील को शामिल किया है। एडीबी से धनराशि मिलते ही टिहरी के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।केंद्र और राज्य सरकार ने टिहरी झील को साहसिक गंतव्य स्थल बनाने के लिए पहली प्राथमिकता में रखा है। इसीके तहत एडीबी पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए करीब 1100 करोड़ रुपये देने को तैयार हो गया है। परियोजना का फाइनल प्रजेंटेशन भी हो गया है। उम्मीद है कि डीपीआर स्वीकृत होते ही धनराशि भी मिल जाएगी। पर्यटन विभाग ने आईसीएल ग्लोबल कंसलटेंस को डीपीआर बनाने को जिम्मेदारी दी है। डीपीआर में कोटी कालोनी के निकट तिवाडगांव, सांदणा को होम स्टे ग्राम, डोबरा क्षेत्र में नए बोटिंग प्वाइंट, व्यू प्वाइंट, हर्बल गार्डन, एडवेंचर पार्क, साईकिल पार्क, आयुष ग्राम, म्यूजियम, मल्टी स्टोरी पार्किंग, शौचालय, स्वीमिंग पूल, गंगा संग्रहालय, कोटी कालोनी में इंटरनेशनल स्टेडियम, बूढ़ाकेदार, घुत्तू, कुंजापुरी, सुरकंडा में पर्यटन सुविधाएं बढ़ाने और नई टिहरी, बौराड़ी का सौंदर्यकरण सहित कई कार्य शामिल हैं। वर्तमान में टिहरी झील में 99 छोटी-बड़ी बोट संचालित हो रही हैं। भविष्य में इन योजनाओं के शुरू होने से झील से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
मुकेश रतूड़ी
एसएस राणा, जिला साहसिक खेल अधिकारी टिहरी का कहना है…….
एडीबी की सहमति पर करीब 1100 करोड़ के कार्यो की डीपीआर संबंधित कंसलटेंस से तैयार की जा रही है।
डीपीआर बनने के बाद विभागीय अधिकारियों के माध्यम से शासन को प्रेषित की जाएगी। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू किए जाएंगे।
नई टिहरी : टिहरी झील को विश्व स्तरीय साहसिक पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की कवायद अब धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी है। मास्टर प्लॉन नई टिहरी और टिहरी बांध की झील सहित आसपास के क्षेत्रों को बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाने के लिए एडीबी (एशियन डवलपमेंट बैंक) ने 1100 करोड़ रुपये देने की दी सहमति दी है।
एडीबी की सहमति पर पर्यटन विभाग झील क्षेत्र से लेकर आसपास के गांवों को विकसित करने को डीपीआर तैयार करवा रहा है। इसके लिए बाकायदा टेंडर भी आमंत्रित किए गए हैं। डीपीआर बनने के बाद एडीबी परियोजना के लिए धनराशि निर्गत करेगा। परियोजना के तहत गंगा संग्रहालय, बोटिंग प्वाइंट, हर्बल गार्डन, एडवेंचर पार्क, मल्टी स्टोरी पार्किंग, व्यू प्वाइंट, आयुष ग्राम, होम स्टे, नई टिहरी में पाथ निर्माण, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सड़क और झील के चारों ओर रिंग रोड़ का निर्माण किया जाएगा। उम्मीद है कि इन योजनाओं के धरातल पर उतरने के बाद टिहरी के पर्यटन को पंख लगेंगे और स्थानीय बेरोजगारो को भी रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा।
विधायक टिहरी, धन सिंह नेगी बोले ….
नई टिहरी और टिहरी झील के विकास के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है।
13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन में टिहरी झील को शामिल किया है।
एडीबी से धनराशि मिलते ही टिहरी के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।